बस्ती । ग्राम पंचायत संबंधित शिकायत जांच में गलत पाए जाने पर एफिडेविट देने वाले शिकायतकर्ता के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए मंडलायुक्त ने सभी जिलाधिकारी को निर्देशित किया है। सभागार में आयोजित मासिक मण्डलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के कार्यों की निरंतर शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि निर्धारित समय सीमा में जांच पूरी की जाए तथा दोषी अधिकारी-कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। यदि शिकायत गलत पाई जाती है, तो शिकायतकर्ता के विरुद्ध भी कार्यवाही की जाए।
प्रायः शिकायतकर्ता शिकायत न देने संबंधी बयान देते हैं, इसलिए आवश्यक है कि जांच से पूर्व शिकायतकर्ता से शिकायत की एवं उनके द्वारा दिया गया एफिडेविट का सत्यापन करा लिया जाए। समीक्षा में उन्होंने पाया कि बस्ती में लगभग 100 ऐसे शिकायतकर्ताओं को नोटिस भी जारी की गई है। माह अक्टूबर तक कुल 300 शिकायते प्राप्त हुई थी, जिनकी जांच की जा रही है। इसी प्रकार सिद्धार्थनगर में भी 117 ग्राम पंचायत के कार्यों की जांच की जा रही है।
उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय अतिरिक्त ऊर्जा, प्रधानमंत्री आवास योजना, उद्योग स्थापना, भवन सड़क एवं सेतु निर्माण, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर जल, स्वच्छ भारत अभियान, पर्यटन, व्यावसायिक शिक्षा, एक जनपद एक उत्पाद, टूल किट वितरण, पारिवारिक लाभ योजना, सिल्ट सफाई, जिला सहकारी बैंकों के ऋण वसूली आदि की समीक्षा किया। बैठक का संचालन संयुक्त विकास आयुक्त पद्मकांत शुक्ला ने किया।
इसमें जिलाधिकारी सिद्धार्थ नगर पवन अग्रवाल, संत कबीर नगर महेन्द्र सिंह तंवर, सीडीओ जयदेव सीएस, जयेंद्र कुमार, संत कुमार, अपर आयुक्त प्रशासन राजीव पांडे, अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. नीरज पांडेय, संयुक्त निदेशक कृषि अविनाश चंद्र तिवारी, उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या अमजद अली अंसारी, अपर निदेशक कोषागार आत्म प्रकाश बाजपेई तथा विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।