नाई में दाढ़ी बनवाने से पहले ज़रूर जान लें ये बातें, नहीं तो हो सकता है संक्रमण…यूपी के इस गांव का केस है चौंकाने वाला

Hepatitis B and C: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के एक गांव में 64 लोगों में हेपेटाइटिस बी और सी (Hepatitis B and C) के मामले सामने आए हैं। जिससे संक्रमण में चिंताजनक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सोमवार को यह जानकारी सामने आई है।

असुरक्षित शेविंग से फैल रहा प्रकोप

स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा की गई प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सोनसरी गांव में नाई की दुकान नहीं है। वहां इस प्रकोप का संभावित कारण पड़ोसी गांवों से आने वाले नाइयों द्वारा अपनाई जाने वाली असुरक्षित शेविंग और बाल काटने का तरीका है।

इन्फेक्टेड ब्लेड और उपकरणों का उपयोग करने का संदेह

एक स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि इन नाइयों पर इन्फेक्टेड ब्लेड और उपकरणों का उपयोग करने का संदेह है। जिसकी वजह से संभवत: हेपेटाइटिस बी और सी के मामले बढ़ रहे हैं।

गांव के प्रधान शैलेंद्र मिश्रा का कहना है, ”हमारे गांव में एक भी नाई की दुकान नहीं है। हर बुधवार, शुक्रवार और रविवार को यहां नाइयों को बुलाया जाता है। लगभग हर पुरुष अपनी शेविंग और बाल कटवाता है।”

कीटाणुरहित उपकरणों का उपयोग करने का आग्रह

स्वास्थ्य अधिकारियों ने गांव के निवासियों से शेविंग और बाल कटाने के लिए नए या पूरी तरह से कीटाणुरहित उपकरणों का उपयोग करने का आग्रह किया है। उन्होंने संक्रमण का पता लगाने और उसे फैलने से रोकने के लिए सोनसरी गांव में गहन जांच और परीक्षण अभियान शुरू किया है।

घर पर ही शेविंग ब्लेड का यूज करने के लिए किया जा रहा प्रेरित

गांव के प्रधान शैलेंद्र मिश्रा का कहना है कि जब चिकित्सा अधिकारियों ने उन्हें बताया कि यह बीमारी नाइयों द्वारा लाए गए उस्तरों से फैल सकती है, तो गांव के लोगों ने दो-तीन टीमें बनाईं। उन्होंने कहा, “ये टीमें निवासियों को संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए घर पर ही शेविंग ब्लेड का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।”

सीतापुर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित सोनसरी गांव की आबादी लगभग 3,000 है। यहां का मुख्य व्यवसाय खेती-बाड़ी है। कुछ निवासी काम के लिए जिले से बाहर भी गए हैं।

संक्रमण की पहली सूचना पिछले महीने मिली

स्वास्थ्य अधिकारियों की माने तो संक्रमण की पहली सूचना पिछले महीने तब मिली जब कुछ निवासी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से संबंधित खून की जांच के लिए बेहटा ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तंबौर गए थे। उन्नाव के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार ने मंगलवार को बताया कि अन्य ग्रामीणों के भी पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने और लोगों की जांच करने का फैसला किया और एक चिकित्सा शिविर लगाया।

पूरे गांव से लिए जा रहे ब्लड सैंपल

हाल ही में आयोजित दो चिकित्सा शिविरों में, 400 निवासियों के खून के सैंपल एकत्र किए गए और जांच के लिए भेजे गए। कुमार ने कहा, ” इनमें से 64 लोग हेपेटाइटिस बी और सी पॉजिटिव पाए गए। अब हम पूरे गांव से खून के सैंपल लेकर उनकी जांच करने का काम कर रहे हैं।” उन्होंने आगे बताया कि जिन लोगों की जांच पॉजिटिव आई है, उनमें से ज्यादातर में कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं।”

मामले को लेकर CMO कुमार का कहना है कि गांव में हेपेटाइटिस बी और सी के प्रकोप का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन इसका संभावित कारण शेविंग और बाल कटाने के दौरान रेजर और ब्लेड का साझा उपयोग है। उन्होंने बताया कि सीतापुर जिला अस्पताल से चिकित्सकों की एक टीम भी आगे की जांच में सहायता के लिए गांव भेजी जा रही है।

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