आगामी लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है. इस चुनाव में सियासी घमासान के बीच नेताओं की तरफ से आपत्तिजनक बयानबाजी भी तेज हो गई है। सभी पार्टियों ने चुनाव के के मद्देनजर पार्टियों का चुनावी अभियान जारी है. इस बीच बिहार में हाई वोल्तंगे ड्रामा देखने को मिला बताते चले ताजा मामला है बिहार का जहां कार्यकर्ताओं के असंतोष और नाराजगी को लेकर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का विरोध झेलना पड़ा। बिहार कांग्रेस की चुनाव समिति की बैठक चल रही थी।
इसी दौरान पूर्व सांसद निखिल कुमार के समर्थक उग्र हो गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। कार्यकर्ता पार्टी के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार को टिकट ना मिलने से नाराज थे। हंगामा उस वक्त हुआ तब वहां प्रदेश प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और अखिलेश सिंह भी मौजूद रहे।
#WATCH Congress workers create ruckus at party office in Patna, Bihar over denial of ticket to former party MP Nikhil Kumar from Aurangabad parliamentary constituency. Grand alliance has fielded Upendra Prasad of Hindustani Awam Morcha (Secular) as its candidate from Aurangabad. pic.twitter.com/ITwiVHt0ja
— ANI (@ANI) April 4, 2019
कार्यकर्ताओं का विरोध इस कदर बढ़ गया कि वह गोहिल वापस जाओ के नारे लगाने लगे। इसके साथ ही कार्यकर्ता अखिलेश सिंह के खिलाफ भी नारेबाजी करने लगे। इस दौरान वहां निखिल कुमार भी मौजूद रहे और वह समर्थको से बार-बार शांत रहने की अपील कर रहे थे। लेकिन समर्थक कुमार की बात मानने को तैयार नहीं थे।
गौरतलब है कि बिहार की औरंगाबाद सीट गठबंधन में जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के हिस्से मे चली गई है। इस सीट से कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता निखिल कुमार का टिकट तय माना जा रहा था लेकिन टिकट नहीं मिलने से कुमार के समर्थक नाराज हो गए और हंगामा करने लगे।
महागठबंधन में कांग्रेस की सीटें
1. किशनगंज- मोहम्मद जावेद
2. कटिहार- तारिक अनवर
3. पूर्णिया- उदय सिंह
4. समस्तीपुर- अशोक राम
5. मुंगेर- अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी
6. पटना साहिब- शत्रुघ्न सिन्हा (संभवत:)
7. सासाराम- मीरा कुमार
8. वाल्मिकी नगर- घोषणा नहीं
9. सुपौल- रंजीत रंजन
इससे पहले बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने सीट बंटवारे पर अपनी नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि जिस तरह से महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हुआ है उससे कांग्रेस को नुकसान हुआ है. उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बुरे दिनों में साथ दिया लेकिन समय आने पर उन्होंने साथ नहीं दिया. पार्टी की कुर्बानी से नुकसान हुआ है.