बिजनौर: सीजेएम कोर्ट रूम में मुख्तार अंसारी के करीबी को गोलियों से भून डाला

– फायरिंग में सीजेएम योगेश कुमार बाल-बाल बचे, तीन गिरफ्तार
– बसपा नेता की हत्या के दो आरोपितों को लाया गया था पेशी पर
– फायरिंग में कोर्ट का मोहिर्रर और एक पुलिस कर्मी भी घायल

बिजनौर )। सीजेएम कोर्ट परिसर में मंगलवार को बसपा नेता अहसान हत्याकांड के मुख्य आरोपित की तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना में उसका एक साथी घायल है। इस फायरिंग में जज बाल-बाल बच गए। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। फायरिंग में कोर्ट का मोहिर्रर और एक पुलिस कर्मी भी घायल हुआ है।

पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी ने बताया कि बीते 28 मई को सम्पति विवाद को लेकर नजीबाबाद थाना क्षेत्र में बसपा नेता अहसान खान और उनके भांजे की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपित शहनवाज और दानिश को गिरफ्तार किया गया था। शाहनवाज की गिनती मुख्तार अंसारी के करीबी लोगों में होती थी। मंगलवार दोपहर दोनों आरोपितों को कड़ी सुरक्षा में दिल्ली पुलिस दोनों अभियुक्तों को पेशी के लिए सीजीएम कोर्ट लायी थी। सीजेएम कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही थी, इसी दौरान अचानक अहसान खान के गुर्गों ने फायरिंग कर दी जिससे कोर्ट रूम में अफरा-तफरी मच गई।

लोग इधर-उधर अपनी जान के लिए भागने लगे। बदमाशों ने शाहनवाज को कोर्ट के अंदर गोलियों से छलनी कर दिया। कोर्ट के अंदर ताबड़तोड़ 25 से 26 राउंड गोलियां चलाई गईं। इस घटना में बसपा नेता अहसान की हत्या का दूसरा आरोपित दानिश गंभीर रूप से घायल हो गया। इस फायरिंग में सीजेएम योगेश कुमार बाल-बाल बच गए। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे तीनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि फायरिंग में कोर्ट का मोहिर्रर और एक पुलिस कर्मी भी घायल हुआ है।

इस संबंध में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि कोर्ट परिसर में जज के सामने अहसान खान के बेटे शाहिल खान ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। हत्यारोपितों के पास से तीन हथियार बरामद किये गए हैं। उन्होंने बताया कि कोर्ट परिसर में हत्या होना गंभीर मामला है।

अखिलेश ने सरकार पर साधा निशाना-यह है डबल इंजन की सरकार का हाल

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिजनौर की घटना को लेकर ट्वीट कर प्रदेश को घेरा है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि बिजनौर में पेशी पर आये आरोपियों की जज के सामने सरेआम हत्या ने साबित कर दिया है कि प्रदेश की ‘एनकाउंटरवाली सरकार’ का बदमाशों पर कितना प्रभाव है। जहां न्यायाधीश को जान बचाकर भागना पड़ रहा हो, वहां आम नागरिक की सुरक्षा की बात करना बेमानी है। ये है डबल इंजन की सरकार का हाल!

बिजनौर मामले पर विधानसभा में नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि कोर्ट में हत्या का मामला बड़ा गंभीर है। जज के सामने हत्या होने से कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट तक ने कहा है कि यूपी में जंगलराज है।