बिजनौर : मीडिया सेल के आरक्षी हेमन्त शर्मा व नन्द किशोर प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित

शहजाद अंसारी

बिजनौर। उत्तर प्रदेश पुलिस की ट्वीटर सेवा जनपद में परवान चढ़ चुकी है जिसका श्रेय सोशल मीडिया सेल के आरक्षी हेमन्त शर्मा व आरक्षी नन्द किशोर को जाता है। डीजीपी उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद बिजनौर में उत्तर प्रदेश पुलिस की ट्विटर सेवा’ द्वारा जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों के प्रचार-प्रसार से प्रदेश पुलिस का राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान बढ़ाने पर प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया है जिसे पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार सिंह द्वारा सोशल मीडिया सेल के आरक्षी हेमन्त शर्मा व आरक्षी नन्द किशोर को प्रशस्ति-पत्र व एक हज़ार रुपये का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

डीजीपी उत्तर उत्तर प्रदेश ओपी सिंह के निर्देश पर जनशिकायतों के निस्तारण के लिए बिजनौर में सोशल मीडिया सेल का गठन किया गया जिसमें सेल में तैनात आरक्षी हेमन्त शर्मा की जनपद में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हेमन्त शर्मा व उनके सहयोगी नन्दकिशोर ने मीडिया के साथ पुलिस के सराहनीय कार्यों को साझा करने सूचनाएं प्रदान करने के साथ साथ पुलिस की ट्विटर सेवा का भी भरपूर इस्तेमाल जनहित में बड़े ही मनोयोग से किया और जनपद के नागरिकों के उसके सकारात्मक उपयोग के बारे में जागरूक किया।

जनपद में परवान चढ़ चुकी है जिसका श्रेय सोशल मीडिया सेल के आरक्षी हेमन्त शर्मा व आरक्षी नन्द किशोर को जाता है डीजीपी उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद बिजनौर में उत्तर प्रदेश पुलिस की ट्विटर सेवा द्वारा जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों के प्रचार-प्रसार से प्रदेश पुलिस का राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान बढ़ाने पर प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया है जिसे पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार सिंह द्वारा प्रशस्ति-पत्र व एक हज़ार रुपये नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

गौरतलब है कि आरक्षी हेमन्त शर्मा व नन्द किशोर बिजनौर पीआर सेल के गठन के बाद 2013 से तैनात हैं उनके द्वारा 18 अगस्त 2017 को अरसे से गायब युवक की मात्र 72 घण्टे में शिमला के बागान से बरामदगी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिसमें थाना कोतवाली शहर बिजनौर के अंतर्गत ग्राम झलरी निवासी मोहम्मद मोनिस खान ने डीजीपी की उत्तर प्रदेश पुलिस की ट्विटर सेवा पर अपने भतीजे की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के बाद सक्रिय पीआर सेल के हेमन्त शर्मा ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा के निर्देश पर कोतवाली शहर पुलिस व सर्विलांस को फीडबैक दी जिसके बाद मात्र 72 घण्टे में शिमला के बागान से गुमशुदा अजीम को मजदुरी करते हुए बरामद कर लिया था जिसकी जनपद की मीडिया व पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रशंसा की गई थी। अब आरक्षी हेमन्त शर्मा व नन्दकिशोर की इस उपलब्धि पर जनपद के पत्रकारो ने प्रशंसा की है।

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