US-India। विदेश मंत्री एस.जयशंकर और अमरीकी सचिव रायमोंडो के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई है। इस बैठक के बारे में विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने ट्वीट करके बताया कि वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो के साथ आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए चर्चा हुई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य आपूर्ति श्रृंखलाओं के लचीलेपन और विश्वसनीयता को बढ़ाना देना है। इसके साथ ही व्यापार में विश्वास और पारदर्शिता को भी बढ़ाना है।
इकोनॉमिक फ्रेमवर्क के महत्व पर चर्चा
वहीं अमरीकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो ने बताया कि भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने अमरीका और भारत के वाणिज्यिक संबंधों पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की। हमने गहरे वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क के महत्व पर भी चर्चा की।
वहीं बयान में बताया गया है कि संयुक्त राज्य अमरीका भारत-प्रशांत के आर्थिक ढांचे के शुभारंभ की ओर बढ़ रहा है। इसके साथ ही वाणिज्य सचिव ने भारत के साथ निरंतर जुड़ाव में रुचि व्यक्त की है क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क के शुभारंभ की ओर बढ़ रहा है।
एक-दूजे से रूबरू हुए विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारत के विदेश मंत्री
इस बीच भारत और अमेरिका शिक्षा सहयोग के लिए हावर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारत के विदेश मंत्री (ईएएम) डॉ एस जयशंकर के साथ बातचीत हुई। ब्लिंकन और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भारतीय छात्रों, विद्वानों और शोधकर्ताओं के साथ बातचीत की। अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ट्वीट करके बताया कि आज भारतीय और अमेरिकी छात्रों, शिक्षकों के साथ शिक्षा और कौशल विकास पर हमारे संयुक्त प्रयास पर चर्चा की। लोगों से लोगों के ये गहरे संबंध हमारे राष्ट्रों के बीच मजबूत कड़ी के केंद्र हैं।
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने हावर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को लेकर ट्वीट करते हुए बताया कि मेरे मित्र एंटनी ब्लिंकन के साथ इस बातचीत में भाग लेकर प्रसन्न हुं। शिक्षा और कौशल विकास से भारत और अमरीका के बीच सहयोग के अवसरों को और बढ़ाएगा।