नई दिल्ली,। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने 2019 के आम चुनाव को पानीपत में हुए मराठा युद्ध की तर्ज पर वैचारिक और निर्णायक करार देते हुए कहा कि यह चुनाव भाजपा के लिए तो महत्वपूर्ण है ही भारत के लिए भी यह खासा अहम है। पार्टी ने देश में विपक्षी दलों की लामबंदी में तैयार हो रहे महागठबंधन पर भी करारा प्रहार करते हुए कहा कि एक वक्त था कि जब कांग्रेस बनाम सभी दल होता था और आज भाजपा बनाम सब की लड़ाई हो रही है। अमित शाह ने रामलीला मैदान में आयोजित दो दिवसीय भाजपा राष्ट्रीय परिषद की बैठक के उद्घाटन सत्र में अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि 2019 का चुनाव वैचारिक युद्ध का निर्णायक चुनाव है। एक ओर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और राष्ट्रप्रेम की भावना को लेकर चलने वाली भाजपा है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एकजुट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के दलों के साथ चुनाव में जा रही है।
दूसरी ओर उन दलों का महागठबंधन है, जिनके पास न नीति है और न नेता। 2019 का चुनाव भारत के 50 करोड़ गरीबों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्टार्टअप को लेकर निकले युवा के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है। गरीब माता को अपनी कुटिया में धुएं से मुक्ति के लिए यह महत्वपूर्ण है। दुनिया में रह रहे करोड़ों भारतीयों के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है। शाह ने कहा कि कुछ युद्ध ऐसे होते हैं, जो सदियों तक अपना असर छोड़ जाते हैं और 2019 का चुनावी युद्ध ऐसा ही है। उन्होंने पानीपत के तीसरे युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि मराठाओं की एक हार का नतीजा यह हुआ कि देश को 200 साल तक गुलामी सहनी पड़ी।
2019 का युद्ध उनके लिए है जो 55 साल के कुशासन और भ्रष्टाचार से त्रस्त थे और उससे निजात चाहते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि यह चुनाव निर्णायक युद्ध है, इसलिए वह मानते हैं कि यह युद्ध जीतना महत्वपूर्ण है। साथ ही अमित शाह ने विपक्षी दलों के महागठबंधन को ढकोसला बताया। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन का कोई अखिल भारतीय स्तर नहीं है। इन नेताओं को 2014 में जनता ने हराया है। उत्तर प्रदेश में भी सपा-कांग्रेस ने गठबंधन किया था परन्तु नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दृढ़ता से चलते हुए हमने प्रचंड बहुमत प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि कल तक जो लोग एक-दूसरे का मुंह तक नहीं देखते थे, वे आज चुनाव के नाम पर एकसाथ आ गए हैं। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा 2014 की तुलना में ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उत्तर प्रदेश में ही भाजपा 74 से 75 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
अमित शाह ने इस दौरान सरकार के कई कामों का भी जिक्र किया
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने गरीबों और युवाओं के लिए काम किया है, जिसके लिए उनका सम्मान किया जाना चाहिए। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज वस्तु एवं सेवाकर(जीएसटी) काउंसिल में हर बार किसी न किसी वस्तु के दाम कम किए जाते हैं। उन्होंने जीएसटी को मददगार बताया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फैसला करके फर्जी कंपनियों पर भी कार्रवाई की गई। सवर्ण आरक्षण का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐतिहासिक काम मोदी सरकार में ही हुआ।
उरी में जवानों के साथ हुई बर्बरता के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला किया। इससे दुनिया का भारत को देखने का अंदाज बदल गया। पार्टी अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को कहा कि मोदी सरकार में भ्रष्टाचार में नकेल लगाने का काम किया गया। इसके लिए बेनामी संपत्ति कानून लागू किया गया। काला धन देश में वापस लाया गया। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पर या उनकी सरकार पर एक भी दाग नहीं लगा है। अमित शाह ने कहा कि राफेल डील के मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर झूठे आरोप लगाए, जो खुद और उनकी मां सोनिया गांधी टैक्स के मामले में जमानत पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि इस मामले में जांच की जरूरत नहीं है। इसके बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ढाई घंटे तक विपक्ष के सारे सवालों को तार-तार कर दिया। शाह ने आगे कहा कि नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या हमारे ही शासनकाल में क्यों भागे, कांग्रेस से पूछिए कि उनके शासनकाल में क्यों नहीं भागे।
शाह ने कहा कि जब तक कांग्रेस के नेतृत्व की सरकार थी तब तक नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और माल्या खुद को सुरक्षित पाते थे किंतु जब चौकीदार (नरेन्द्र मोदी) सत्ता में आए तो उन्हें भागना पड़ा। सरकार ने कड़े कानून तैयार कर उन पर शिकंजा कस दिया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने ही किसानों को उनकी उपज पर लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने का फैसला किया। ऐसा काम कांग्रेस की सरकार ने क्यों नहीं किया। केंद्र सरकार को पार्टी की ओर से धन्यवाद देते हुए अमित शाह ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर भाजपा की मोदी सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले किए हैं।
इसमें एक ऐतिहासिक फैसला सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का है। सवर्ण समुदाय की ओर से यह मांग काफी समय से की जा रही थी कि उन्हें शिक्षा और रोजगार में आरक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार ने न केवल मंत्रिमंडल में फैसला किया बल्कि दोनों सदनों में संविधान के 124वें संशोधन विधेयक को पारित कराकर सवर्ण समाज के गरीबों को दस प्रतिशत आरक्षण देने का काम सुनिश्चित किया।