हड़ताल रोकने को कैंट बोर्ड की बैठक में हुआ मंथन

ठेकेदार को फरवरी माह का भुगतान देने पर बनी सहमति 

दैनिक भास्कर/लियाकत मंसूरी
मेरठ। मंगलवार को कैंट बोर्ड की स्पेशल बोर्ड बैठक हुई। जिसमें सबसे अहम मुद्दे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सैलरी पर मंथन चला और कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सैलरी के विषय को लेकर उक्त ठेके के ठेकेदार भी बोर्ड बैठक में बुलाए गए थे, वो आए और उनके आते ही मीडिया को बाहर कर दिया गया, फिर कुछ देर बाद मीडिया को वापस बुलाकर कुछ हिदायतों के साथ ठेकेदार को फरवरी माह का भुगतान देने पर सहमति बनी, जिसके लिए उन्हें वेतन वितरण के लिए दो दिन का समय मिलेगा। इस प्रक्रिया के सुचारू होने के बाद ही आगे की भुगतान राशि कैंट बोर्ड द्वारा आवंटित की जाएगी। ठेकेदार को ईपीएफ, ईएसटी व जीएसटी के भुगतान के विषय में शपथपत्र देना होगा और किसी भी शर्त के अनुपालन न किए जाने पर जमानत राशि जप्त किए जाने पर भी सहमति बनी।

ये है आउटसोर्सिंग कर्मचारी विवाद

विदित हो, पिछले 4 माह से आउटसोर्सिंग के 677 कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। उससे पहले जो वेतन दिया गया है, वो भी कटौती करके दिया गया, जिससे कर्मचारियों में काफी रोष था। उनके इस मुद्दे के साथ कैंटबोर्ड की कर्मचारी यूनियन अखिल भारतीय सफाई मजदूर भी आ गयी और कैंट में सफाई ठप्प होने व हड़ताल के आसार नजर आने लगे। नए आए सीईओ और बोर्ड अध्यक्ष को ये मुद्दा विरासत में मिला, जिसका समाधान निकलने के लिए ही स्पेशल बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी। 

निर्णय का किया स्वागत

इस प्रकरण पर कैंट बोर्ड के यूनियन अध्यक्ष भारत सिंह आज़ाद ने कहा, हम केवल अपने कर्मचारियों का हित चाहते हैं, जिससे वो खुशी-खुशी जनहित में कैंट बोर्ड के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा, बोर्ड की कार्यवाही में भी कर्मचारी हित की बात हुई है और वो बोर्ड के उक्त समस्या के समाधान निकालने के निर्णय का स्वागत करते है।

वाटर एटीएम होंगे निशुल्क

बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया, सभी वाटर एटीएम रिपेयर करवाकर उन्हें जनता के लिए निशुल्क किया जाएगा। हालांकि इस बात पर भी मंथन हुआ, आज़ के परिवेश में आरओ वाटर की आवश्यकता भी है या नहीं। 

ये रहे अन्य विषय

1- बोर्ड बैठक में पेंशनर्स के डीए में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को पास किया गया, जिससे लगभग 500 पेंशनर्स को लाभ होगा।

2- मनोनीत सदस्य डॉक्टर सतीश शर्मा के कार्यकाल को 6 माह आगे बढ़ाए जाने के रक्षा मंत्रालय के आदेश को भी बोर्ड के समक्ष रखा गया।

3- सेंट मैरिज स्कूल के द्वारा स्कूल में निर्माण हेतु भवन के नक्शे को स्वीकृत करके डीईओ के अनुमोदन हेतु प्रेषित किया गया।

4- कावड़ यात्रा व अन्य समय हेतु दो मोबाइल टॉयलट खरीद पर सहमति बनी। 

5- स्ट्रीट लाइटस हेतु 200 ड्राइव्स उपकरण खरीद को मंजूरी।

6- बोर्ड अध्यक्ष द्वारा सीईओ ज्योति कुमार को सलाह दी गयी, बड़े टेक्स बकायेदारों व स्कूलों से वार्ता करके फिलहाल पुरानी दरों के हिसाब से या किसी अन्य समाधान से टैक्स जमा करवाया जाए, जिससे बोर्ड को रिवेन्यू प्राप्त हो सके। इन पर लगभग 22 करोड़ की रकम बकाया है। 

7- बोर्ड अध्यक्ष कुछ सड़कों की रिपेयर की आवश्यकता को लेकर भी गम्भीर दिखे। उनके द्वारा सीईओ से  ये पूछा गया, क्या इन सड़कों को एमईएस से बनवा सकते हैं। 

8- एमएलसी डॉक्टर सरोजनी अग्रवाल की विधायक निधि से लगने वाली इंटरलॉकिंग टाइल्स हेतु एनओसी दी गयी।

9- सड़क निर्माण नाला सफाई आदि के डॉक्टर सतीश शर्मा के प्रस्ताव स्पेशल बोर्ड होने के कारण नहीं लगे। उन्हें इसी माह होने वाली जनरल बोर्ड बैठक में लाया जाएगा।

बैठक में ये रहें मौजूद

बोर्ड बैठक में बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव कुमार, मुख्य अधिशासी अधिकारी ज्योती कुमार, मनोनीत सदस्य डॉक्टर सतीश शर्मा व कार्यालय अधीक्षक जयपाल तोमर शामिल हुए।

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