कार्डियक अरेस्ट : चलते-फिरते, हंसते-गाते हो रही साइलेंट डेथ, पहचान लें इसके लक्षण

Ankur Tyagi

आपने कई बार देखा होगा कि सड़कों पर, डांस फ्लोर, म्यूजिक स्टेज या फिर शादी-समारोह में अचानक लोग गिर जाते हैं और सेकेंड भर में ही उनकी मौत हो जाती है। चलते-फिरते और हंसते-गाते लोगों की मौत कार्डियक अरेस्ट के कारण हो रही है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि कार्डियक अरेस्ट क्या है और इसके लक्षणों को समय से पहले पहचान कर कैसे बचा सकता है।

क्या है कार्डियक अरेस्ट

कार्डियक अरेस्ट एक बेहद गंभीर ह्रदयरोग है, जिसको सडेन कार्डियक डेथ के नाम से भी जानते हैं। मेडिकल भाषा में कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी आपातकालीन स्थित है जिसमें व्यक्ति का दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है और हृदय की पम्पिंग क्रिया बंद हो जाती है। इस दौरान शरीर के महत्वपूर्ण अंगो में रक्त का प्रवाह बंद हो जाता है और व्यक्ति सांस लेना बंद कर देता है। जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति बेहोश हो जाता है। ऐसी स्थिति में यदि व्यक्ति को फ़ौरन इलाज उपलब्ध नहीं कराया जाता है तो ऑक्सीजन की कमी के कारण उसकी मृत्यु हो जाती है।

कार्डियक अरेस्ट के कारण

कार्डियक अरेस्ट हृदय की विद्दुत प्रणाली में खराबी आने के कारण आता है। कार्डियक अरेस्ट में हृदय-ताल अनियमित हो जाती, जिसे अतालता कहते हैं। कार्डियक अरेस्ट आने के कई कारण हो सकते हैं…

  • हृदय की मांसपेशी का मोटा होना- यह स्तिथि उक्त रक्त चाप या हृदय वाल्व रोग से ग्रसित व्यक्तियों में होती है
  • अनहेल्थी लाइफस्टाइल – गलत खानपान और जरुरत से ज़्यादा तनाव
  • मनोरंजन के लिए नशीली दवाये
  • पारिवारिक इतिहास – परिवार में किसी को हृदय रोग की समस्या

कार्डियक अरेस्ट के पहले कुछ संकेत

कार्डियक अरेस्ट अचानक होता है लेकिन कभी कभी व्यक्ति की हृदय गति रुकने से पहले कुछ लक्षण दिखाई देते हैं।

  • सीने में दर्द
  • बिना किसी कारण अत्यधिक पसीना आना
  • अचानक पतन
  • सांस लेने में दिक्कत

कार्डियक अरेस्ट के इलाज

हृदयघात की अचानक प्रकृति के कारण यह बेहद गंभीर है। इसके तत्काल उपचार के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं जैसे सीपीआर व ऑक्सीजन पंप। हृदय की गति रुकने पर सीपीआर से ग्रसित व्यक्ति के सीने को बार बार दबाया जाता है जिससे महत्वपूर्ण अंगो में रक्त और ऑक्सीजन पहुंच सके। इससे कार्डियक अरेस्ट को समय पर नियंत्रित किया जा सकता है। इसके साथ ही जीवन रक्षक की दवाएं भी तुरंत उपलब्ध कराने से इस स्थिति में व्यक्ति का जीवन बचाया जा सकता है।

कार्डियक अरेस्ट से बचाव के लिए बदलें लाइफस्टाइल

कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए जीवन शैली में क्या बदलाव हो सकते हैं…

  • धूम्रपान न करे और मदपान को छोड़े
  • स्वस्थ वजन बनाये
  • स्वस्थ आहार का सेवन 4–अच्छी नींद ले
  • नियमित स्वस्थ जांच और चिकित्सक परामर्श

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