मुख्यमंत्री का आदेश हवा-हवाई मनरेगा मजदूरों को नहीं मिल रहा काम !

डीएम साहब मनरेगा जॉब कार्ड कै का मतलब कमवा दिलवाय देव !

जरवल/बहराइच। कोरोना वायरस के खतरे मे लॉक डाउन को लेकर प्रदेश के मुखिया ने गाँव के मनरेगा मजदूरों के साथ प्रवासी मजदूरों को मजदूरी देने की बात कहते नही थक रहे हैं बावजूद इसके ग्रामीण इलाकों में  मजदूरो को काम नही मिल पा रहा है जिसके चलते वे लोग भुखमरी के कगार पर पहुँच गए है


जिसकी एक बानगी विकासखंड जरवल के अटवा ग्राम पंचायत में मनरेगा के जॉब कार्ड मजदूरों को काम नहीं दिया जा रहा है देखने को मिला है बताते चले कोविड-19 को लेकर मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट आन पड़ा है लोग लॉक डाउन के चलते घरों से नहीं निकल पा रहे हैं जबकि प्रदेश के मुखिया बार बार यह बात कह रहे हैं कि मनरेगा मजदूरों को काम देने में अधिकारी कोताही ना बरतें। विकासखंड जरवल के ग्रामसभा अटवा के सैकड़ों मनरेगा मज़दूर दो दिनों से जब काम पर जाते हैं तो उन्हें लौटा दिया जाता है जिस कारण इन मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है पीड़ित मजदूरों में रामपाल यादव ,रमेश ,रामतेज, रामगोपाल ,बेचन लाल निषाद ,गोमती प्रसाद ,जगदेव ,फूलचंद ,कृपाराम यादव ,सुरेश कुमार ,रामदेव यादव सहित सैकड़ों मजदूरों ने बताया कि हमें ग्राम विकास अधिकारी पवन कुमार  द्वारा काम पर बुलाया जाता है लेकिन जब वहां पहुँचते है तो हम लोगो से फोन पर कहा जाता है कि कल आना जिसे हम लोग तीन दिनों से काम पर जाने के बावजूद वापस लौट आते हैं।डीएम साहब तक भइया हम गरीब मजदूरन कै बात पहुँचा य देव शायद साहेब का दिल पसीज जाए।

स्थलिय निरीक्षण कर मजदूरों को काम देंगे-पवन कुमार
जरवल।ग्राम विकास अधिकारी पवन कुमार बोले हम स्वयं मौके पर जाएंगे मजदूरों को नियमित रूप से काम दिया जाएगा आज ग्राम प्रधान के यहां किसी की मृत्यु हो गई थी जिस कारण मजदूरों को वापस लौटना पडा।

मामला संज्ञान मे आया है कार्यवाही होगी-आशाराम
जरवल।इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी आशाराम वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है सभी मजदूरो को मनरेगा के तहत काम दिया जाएगा।जाँच भी होगी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें