बच्चों को समय अवश्य दे क्योकि बच्चे कि प्रथम पाठशाला माता पिता ही होते है : डीएम

\शहजाद अंसारी

बिजनौर। सेंटमेरी स्कूल बिजनौर नर्सरी में नए बच्चों के एडमिशन के बाद उनके स्वागत में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी सुजीत कुमार का बैच लगाकर व बुके देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि सुजित कुमार ने कार्यक्रम का शुभआरम्भ दीपप्रज्जवलित व गुब्बारे उडाकर किया। सेंटमेरी के डीआर0 फादर मैथयू जोन ने जिलाधिकारी को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में नर्सरी के नये बच्चों को अपनी ओर से हार्दिक शुभकामनाऐं दी। उन्होंने कहा कि में नर्सरी के नये बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूॅ। उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि नया सत्र चालू हो रहा है। माता पिताओं ने अपने बच्चों के लिए अच्छे स्कूल का चयन किया है यहॉ पर पढाई का वातावरण अच्छा है। उन्होने अभिभावकों व शिक्षको से आहवाहन करते हुए कहा कि ये छोटे बच्चे कच्चे घडे के समान होते है और इनका भविष्य अच्छी शिक्षा से ही सवारा जा सकता है, जिसकी जिम्मेदारी दोनों पर समान रूप से होती है। उन्होने कहा कि छोटे बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार की कमी नही होनी चाहिए यदि बच्चे अध्यापक से प्रश्न पूछते है तो अध्यापक का दायित्व है कि बच्चों के प्रश्नों का उत्तर सही प्रकार से दे।

बच्चे अध्यापकों से अधिक से अधिक प्रश्न पूछे इससे बच्चे के अन्दर ज्ञान की वृद्वि होती है। जिलाधिकारी ने अभिवावको से अपील की कि वे अपने बच्चों को समय अवश्य दे क्योकि बच्चे कि प्रथम पाठशाला उनके माता पिता ही होते है जिस प्रकार बच्चे के माता पिता संस्कारवान होते है तो बच्चों पर भी इसका गहरा प्रभाव पडता है। बच्चो की पढाई में आने वाली कठनाईयों का सामाधान बच्चों के साथ बैठकर करे। अन्त में जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य, अध्यापकों, बच्चों एवं बच्चों के माता पिता को शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम में फादर मैथ्यू जॉन ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि वह बच्चों को समय से स्कूल लाएं, उनके लंच बॉक्स का ध्यान रखे तथा बच्चों को गंदी यूनिफार्म में स्कूल न भेजे तथा समय-समय पर होने वाली पेरेंट मिटिग में स्कूल मेंं आए तथा शिक्षको से अपने बच्चे के अध्ययन के बारे में जानकारी लेते रहे ताकि बच्चे के भविष्य मे कोई कसर न रह जाये। उन्होने कहा कि बच्चों को स्कूल भेजते समय यह ध्यान रखे कि बच्चे जिस वाहन से स्कूल जा रहे है वह वाहन उनके लिए पूर्ण सुरक्षित है या नही और वाहन चालक यातायात नियमों का पालन कर रहा है या नही।

उन्होने बताया कि इस वर्ष नर्सरी में 240 बच्चों का एडमिशन हुआ है। कार्यक्रम में एलकेजी और यूकेजी के बच्चों ने संस्कृति प्रस्तुति देकर वहा मौजूद अतिथि, अध्यापक और अभिभावको का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रधानाचार्य एसआर. रीन्सी, एसआर. गील्सी, जीनसीट्टा, व समस्त स्कूली अध्यापक/अध्यापीका एवं नर्सरी के छात्र-छात्राऐं व उनके अभिभावक उपस्थित रहे।