कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने हाईकमान को भेजा इस्तीफा

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लखनऊ । आम चुुनाव में कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश में करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने हाईकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है। राज बब्बर खुद भी फतेहपुर सीकरी सीट से भाजपा के राजकुमार चाहर से चुनाव हार गए।
शुक्रवार को कांग्रेस के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। इसके लिए वह खुद को जिम्मेदार मानते हुए अपना ​इस्तीफा हाईकमान को भेजा है।
आगे का निर्णय कांग्रेस हाईकमान लेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए परिणाम निराशाजनक है। मैं अपनी ज़िम्मेदारी को सफ़ल तरीके से नहीं निभा पाने के लिए ख़ुद को दोषी पाता हूं। नेतृत्व से मिलकर अपनी बात रखूंगा। इस दौरान उन्होंने जनता का विश्वास हासिल करने वाले विजेताओं को बधाई भी दी।
बताते चले लोक सभा चुनाव में कांग्रेस की हार को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी  ने गुरुवार शाम  प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जहाँ उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रचार में कहा था कि जनता मालिक है। जनता ने आज अपना जनादेश दिया है। मैं नरेंद्र मोदी और भाजपा को बधाई देता हूं। कांग्रेस उम्मीदवार और कार्यकर्ता जिन्होंने चुनाव लड़ा उनका दिल से धन्यवाद।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में नरेंद्र मोदी और भाजपा जीती है। मैं उन्हें बधाई देता हूं। इस बीच  इस्तीफे के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनके इस्तीफे का मुद्दा उनके और कांग्रेस कार्यकारिणी के बीच का है। राहुल ने कहा, ‘मैं (पार्टी के प्रदर्शन के लिए) पूरी जिम्मेदारी स्वीकारता हूं। पार्टी के नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफा देने की खबरें शरारतपूर्ण और गलत हैं।संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस्तीफा देंगे? राहुल ने कहा, ‘कार्यकारिणी की हमारी एक बैठक होगी। आप इसे मेरे और कार्यकारिणी के बीच छोड़ दें।’

कांग्रेस के प्रचार में कोई कमी नहीं रहीं, हार की होगी समीक्षा : प्रमोद तिवारी

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि चुनाव परिणाम पर कांग्रेस समीक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रचार-प्रसार में कोई कमी नहीं रहीं
प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में हमें विश्वास है। अंग्रेजों के खिलाफ कांग्रेस ने लड़ाई लड़ी। 1977 में कांग्रेस की बुरी पराजय हुई थी अमेठी रायबरेली भी हार गये थे। इसके बाद कांग्रेस जीती। 1998 में भी वही हुआ। इसके बाद कांग्रेस ने सरकार बनायी। हम फिर जीतेंगे। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाएं खतरे में हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रियंका के आने से जो कांग्रेस कार्यकर्ता हतोत्साहित था वह निकलकर आया। एक तरफ भाजपा और दूसरी तरफ गठबंधन ऐसे में कांग्रेस को ताकत देने का काम प्रियंका ने किया।

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