-पुलिया निर्माण में दोयम दर्जे के ईंट प्रयोग की शिकायत पर प्रशासन ने रोका था निर्माण कार्य
-अधिशासी अभियंता ने दीवाल तोड़कर जांच कराने को था कहा
चित्र परिचय :
गोला, गोरखपुर। गोला-कौड़ीराम राजकीय राज मार्ग पर घटिया निर्माण की शिकायत पर रोके गए निर्माण कार्य को बिना जांच हुए ही दीवाल का निर्माण शुरू कर दिया गया जबकि दो दिन पहले ही दोयम दर्जे के ईंट प्रयोग करने की शिकायत मिलने पर एसडीएम के निर्देश पर विभाग के एक्सईएन ने निर्माण कार्य को रोक गुणवत्ता जांच के बाद ही निर्माण कराने की बात कही है। सोमवार को फिर से वैसे ही ईथट प्रयोग कर निर्माण शुरू होने से नागरिकों में काफी आक्रोश व्याप्त है। और नागरिकों ने पुलिया निर्माण में गुणवत्ता से खिलवाड़ पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
एक तरफ जहां रविवार को सूबे के मुख्यमंत्री ने पुलियों व पुलों के जीर्णोद्धार के लिए महाअभियान की शुरुआत की वहीं उनके गृह जनपद में ही उनके अधिकारियों व ठेकेदारों में किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं दिखता है। उपनगर के पश्चिमी चौराहे पर हो रहे
पुलिया के निर्माण में खुलेआम घटिया निर्माण सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है। 18 फरवरी को पुलिया निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार से नाराज नगर वासियों ने उपजिलाधिकारी गोला राजेन्द्र बहादुर से शिकायत किया। उपजिलाधिकारी के द्वारा इसकी सूचना एक्सईएन प्रवीण कुमार को दी गयी। एक्सईएन ने तत्काल प्रभाव में कार्य को रूकवाया तथा एसडीओ को जांच की जिम्मेदारी दी। लेकिन किसी भी जिम्मेदार के द्वारा कोई भी जांच नहीं किया गया। वंही बेखौफ ठेकेदार ने फिर से निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
कोट :
इस मामले पर अधिसाशी अभियन्ता लोक निर्माण प्रवीण कुमार ने बताया कि यदि शिकायत के बाद एसडीओ ने उस दोयम दर्जे के ईट को वहां से नहीं हटवाया है तथा ठेकेदार ने नींव में जुड़वा दिया है । तो मैं दीवाल को तोड़कर जांच कराऊंगा ।