
– जिला में 1 लाख 58 हजार 528 टेस्ट किए जा चुके हैं
गुड़गांव
सिर्फ गुड़गांव में ही नहीं, बल्कि पिछले एक सप्ताह से सभी जगहों से कोरोना के मामले अधिक सामने आ रहे है। गुड़गांव की बात की जाए तो प्रदेश में सबसे अधिक रिकवरी रेट इस समय गुड़गांव जिला का है जो कि 91 प्रतिशत है। यह जानकारी उपायुक्त अमित खत्री ने यहां लघु सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए कही। उनके साथ मंडलायुक्त अशोक सांगवान और सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव भी उपस्थित रहे।
अमित खत्री ने कहा कि टेस्टिंग की बात की जाए तो भी गुड़गांव जिला में 1 लाख 58 हजार 528 टेस्ट किए जा चुके है जो प्रदेश के सभी जिलों में तो सबसे अधिक है। साथ ही एनसीआर जोन के अंदर भी गुड़गांव में सबसे अधिक टेस्टिंग हुई है। पिछले एक सप्ताह से कोरोना के अधिक केस देखने को मिले है जहां पहले 50 से 60 नए पॉजिटिव केस देखने को मिल रहे थे वहीं कुछ दिनों से ये बढ़कर लगभग 100 के आसपास हुआ है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोनो को रिवाइज किया है, साथ ही कुछ जगहों को लार्ज आउट ब्रेक रीजन भी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि जितने भी नए केस देखने को मिल रहे है वह कही न कहीं किसी सामाजिक कार्यक्रम का हिस्सा रहे है। उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना के खिलाफ अभी और सावधानियां बरतनी होगी। भीड़ में जाने से बचना होगा, दो गज की दूरी को बनाए रखना होगा, फेस मास्क का इस्तेमाल करते रहे और जब तक आवश्यक न हो घरों से बाहर न निकले इन सावधानियों के बरतने से कोरोना से बचा जा सकता है।
उपायुक्त अमित खत्री ने जिला के कोरोना से जंग जीत चुके सभी 8 से 9 हजार लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि उन सभी को जिला के रोटरी ब्लड बैंक में बनाए गए प्लाज्मा बैंक में आकर प्लाज्मा डोनेट करें और दूसरे कोरोना मरीजों को भी स्वस्थ होने में मदद करें । श्री खत्री ने कहा कि अब तक जिला में 8 से 9 हजार लोग कोरोना को हराकर एक सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे है, ऐसे में उन सभी लोगों को आगे आते हुए कोरोना से लड़ाई लड़ रहे अन्य लोगो की मदद करनी चाहिए। गुड़गांव में चल रही प्राइवेट बसों के अंदर सामाजिक दूरी की पालना सुनिश्चित करने को लेकर पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए श्री खत्री ने कहा कि सभी बसों के अंदर सामाजिक दूरी की पालना हो इस बारे में गाइडलाइंस पहले से ही जारी की जा चुकी है, और जल्द ही इसको लेकर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के साथ बैठक की जाएगी, जिसमें बसों के अंदर सामाजिक दूरी की पालना का उल्लंघन न हो इसको लेकर विशेष चर्चा की जाएगी।
—-दिनेश कुमार—-