भारत में कोरोना का संक्रमण अब भी स्टेज 2 में, नहीं शुरू हुआ कम्युनिटी ट्रांसमिशन

नई दिल्ली । कोरोना संक्रमण को लेकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) की रिपोर्ट और पंजाब के मुख्यमंत्री के कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर दिए गए बयान पर केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि अभी देश में ऐसे कोई मामले सामने नहीं आए हैं, जिससे सामुदायिक स्तर पर कोरोना का संक्रमण का फैलाव सिद्ध हो सके। अभी देश लोकल ट्रांसमिशन यानी स्टेज दो पर ही है।

शुक्रवार को आईसीएमआर ने सांस संबंधी बीमारी के रोगियों के सैंपल के आधार पर रिपोर्ट अपने बेवसाइट पर जारी की है। इस रिपोर्ट के तहत कुल 5,711 सैंपल में से 104 सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाए गए और इसमें से करीब 40 प्रतिशत मरीजों का ना तो विदेश यात्रा से संबंध था और ना ही किसी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति से संपर्क का लिंक मिला। वहीं, शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब में आए 27 नए मामलों का संक्रमण सूत्र का पता ही नहीं चल रहा, यह कोरोना संक्रमण के तीसरे स्टेज पर जाने की ओर संकेत कर रहा है।

आईसीएमआर के ज्यादातर सैंपल कोरोना प्रभावित प्रदेशों से लिए गए-

शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि आईसीएमआर की रिपोर्ट उन राज्यों के सैंपल के आधार पर है, जहां कोरोना के मामले बहुत ज्यादा हैं। ऐसी स्थिति में संपर्क तलाशने में चूक हो सकती है। देश में जब भी ऐसी स्थिति आएगी स्वास्थ्य मंत्रालय स्वयं आकर लोगों को जानकारी देगा। उन्होंने बताया कि गुरुवार को कुल 16,002 टेस्ट किए गए थे, जिसमें 304 सैंपल ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं यानि दो प्रतिशत लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि सारी के अध्ययन में कुल सैंपल में 1.8 प्रतिशत मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से ज्यादातर सैंपल उन राज्यों से लिए गए जहां कोरोना के कई मामले हैं। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय है लेकिन इस संक्रमण चक्र को तोड़ना ही इसका प्रभावी उपाय है। इसलिए लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है।

देश में हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की 3.28 करोड़ गोलियां मौजूद

हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की गोलियों की उपलब्धता पर जानकारी देते हुए लव अग्रवाल ने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में मलेरिया की दवा हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की गोलियां मौजूद हैं। मौजूदा समय में देश में 3.28 करोड़ गोलियां उपलब्ध हैं, जबकि इस महीने के अंतर तक 1.6 करोड़ गोलियों का ही इस्तेमाल हो सकता है। देश में दो करोड़ से ज्यादा गोलियां बफर में हैं। इसलिए इस दवा की उपलब्धता पर लोगों को कोई संदेह नहीं करना चाहिए। वहीं, एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर की कमी को लेकर भी लोगों में चिंताएं हैं लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय सभी नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इन उपकरणों की कमी नहीं होने दी जाएगी।

देश में 213 लैब एक्टिव, अबतक 1.40 लाख टेस्ट किए गए

कोरोना के सैंपल की जांच के लिए देश में अब 213 लैब स्थापित किए गए हैं। इन सभी लैब में सैंपल के जांच का काम शुरू हो गया है। इनमें से 146 सरकारी लैब है और 67 निजी लैब हैं, जिनके 16,000 से ज्यादा कलेक्शन सेंटर हैं। शुक्रवार को देश में 16002 टेस्ट किए गए हैं। जबकि देश में अब तक एक लाख 40 हजार से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके हैं। आईसीएमआर के मुताबिक अब उन स्थानों से भी सैंपल लिए जाएंगे, जहां कोई मामला पॉजिटिव पाया जाएगा। इनमें पॉजिटिव पाए गए मरीज के संपर्क में आए सभी व्यक्ति शामिल हैं फिर चाहे उस व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई दे या नहीं।

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