
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बीएसएल टू लैब और स्वास्थ्य केंद्र ऐप का शुभारंभ किया। प्रदेश के अब हर जिले में बीएसएल टू लैब होगी। वहीं अब ऐप एक क्लिक पर चिकित्सीय सुविधाओं की जानकारी मिलेगी। प्रदेश सरकार ने 11 जिलों को नई लैब की सौगात दी है। जिससे छोटे जिलों में भी तेजी से कोरोना की जांच हो सकेगी। प्रदेश के 30 अन्य जनपदों में भी जल्द प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी।
जिल 11 जनपदों में लैब की शुरुआत की गई हैं, उनमें बिजनौर, मऊ, सिद्धार्थनगर, महोबा, सोनभद्र, कासगंज, कुशीनगर, अमेठी, औरैया, देवरिया, बुलंदशहर शामिल हैं। इनमें अब आरटीपीआर की जांच हो सकेगी। प्रदेश में इन नई प्रयोगशालाओं के संचालन से एक ओर जांच की संख्या में तेजी से इजाफा होगा वहीं संक्रमण को मात देने में भी सरकार को मदद मिलेगी।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कम होते केस के बावजूद योगी सरकार निरंतर जांच प्रक्रिया का विस्तार कर रही है। प्रदेश के 11 जनपदों में बीएसएल-2 आरटीपीसीआर प्रयोगशालाओं का उद्घाटन के साथ अब 44 जनपदों में आरटीपीसीआर प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं। जल्द ही अन्य 30 जिलों में भी आरटीपीसीआर लैब स्थापित की जाएंगी वहीं, सीतापुर में बीएसएल टू लैब का निर्माण अंतिम चरण में है। इन नई प्रयोगशालाओं के बढ़ने से एक ओर जांच की संख्या में तेजी से इजाफा होगा वहीं ट्रिपल टी की नीति के तहत कोरोना की जांच से संक्रमण पर लगाम लगने के साथ ही कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की पहचान हो सकेगी।
अब घर बैठे मिलेगा चिकित्सीय सुविधाओं का ब्योरा-
प्रधानमंत्री के नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की परिकल्पना को साकार करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिजिटल यूपी की ओर एक कदम और बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश को स्वास्थ्य केंद्र ऐप की सौगात दी है। अब प्रदेशवासियों को एक क्लिक पर अस्पतालों की जानकारी, दवाओं की उपलब्धता, मानव संसाधनों के बारे में जानकारी मिल सकेगी। शहर से लेकर गांव के अस्पतालों के डाटा से लैस इस ऐप से लोगों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। प्रदेश के 25 हजार से अधिक स्वास्थय केन्द्रों की डिजिटल मैपिंग करते हुए अलग-अलग पोर्टल पर मौजूद मानव संसाधन, दवा और कार्यक्रमों की सभी जानकारी को एकीकृत करते हुए इस ऐप को तैयार किया गया है। जिसमें प्रदेश स्तर से लेकर गांव स्तर तक के अस्पतालों का डाटा देखा जा सकेगा। इस ऐप पर सीएचसी पीएचसी और सब सेंटर का डाटा देखा जा सकता है। ब्लॉक के अंदर जो सीएचसी है उससे जुड़ी सभी जानकारियां इस ऐप पर उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही आशाबहु डॉक्टरों की संख्या, उपलब्ध दवाओं की सूची व अन्य जानकारियां भी रहेंगी। जल्द ही इस ऐप को नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन से जोड़ा जाएगा।
अब प्रदेश में सिर्फ आठ घंटे रहेगा नाइट कर्फ्यू-
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है जिसके चलते प्रदेश सरकार ने नाइट कर्फ्यू की समय सीमा को घटाने के आदेश दिए हैं। अब प्रदेश में रात 10 बजे से सुबह 06 बजे तक ही कोरोना कर्फ्यू रहेगा। बता दें कि यूपी में घटते संक्रमण के मामलों के बीच नाइट कर्फ्यू में बदलाव किया गया है। अब प्रदेश में सिर्फ आठ घंटे की पाबंदी रहेगी वहीं बाजार रात दस बजे तक खुले रहेंगे।
29 जिलों में नहीं मिला संक्रमण का एक भी नया मामला-
प्रदेश में संक्रमण दर न्यूनतम स्थिति में है। पिछले 24 घंटों में 2.40 लाख कोविड सैम्पल की जांच की गई जिसके बावजूद महज 125 नए मामलों की पुष्टि हुई वहीं, 134 लोगों ने कोरोना को मात दी। प्रदेश में अब तक 06 करोड़ 06 लाख 17 हजार से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। यह देश में किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग है। प्रदेश के 29 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस दर्ज नहीं किया गया, जबकि 45 राज्यों में इकाई अंक में मरीजों की संख्या दर्ज की गई। केवल एक ही जनपद में दहाई की संख्या में कोविड संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई। प्रदेश में 1,594 कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले हैं। सुल्तानपुर जनपद में 20 कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के आदेश सीएम ने दिए हैं।
टीकाकरण को मिली रफ्तार-
ट्रिपल टी की रणनीति व टीकाकरण से यूपी में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नियंत्रण में हैं। प्रदेश में वृहद टीकाकरण अभियान के तहत ‘सबका साथ, सबका विकास, सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन’ के मूल मंत्र पर टीकाकरण किया जा रहा है। अब तक 03 करोड़ 71 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। सीएम ने आला अधिकारियों को निर्देश देते हुए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के बीच बच्चों के नियमित टीकाकरण की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से कराने के आदेश दिए हैं। हर जिले में बच्चों के वैक्सीनेशन की स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक प्रबंध करने के आदेश दिए हैं।