कोरोना: योगी की रणनीति ने साबित किया विपत्ति कोई भी हो डरोना


-कोरोना से निपटने में योगी की रणनीति का पाक भी हुआ कायल  
योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ। कोरोना जैसी भयंकर वैश्विक महामारी को लेकर लगाए गए लाँकडाउन के  दौरान आम आवाम की समस्याओं को दूर करने के साथ ही उन्हे आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराए जाने के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रबंधन की तारीफ देश प्रदेश में ही नहीं सरहद पार भी हो रही है। देश में लांकडाउन की घोषणा के बाद वे लोगों की समस्याओं से रूबरू होने और उन्हे आवश्यक सुविधाएं कैसे मिले यह जानने के लिए स्वयं सड़कों पर उतरे। उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी और बाकी लोग जब ट्विट कर केवल बयानबाजी कर रहे थे

तब उन्होंने किसी जोखिम की परवाह किए बिना कोरोना को लेकर आने वाली समस्याओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए राजधानी के अलावा दूसरे जिलों का न दौरा किया बल्कि इसकों लेकर तैयार अधिकारियों की टीम इलेवन की प्रतिदिन बैठके भी की। संभवत: वह देश कि किसी प्रदेश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री थे जिन्होंने कोरोना को लेकर प्रदेश की उच्चाधिकारियों को लेकर टीम इलेवन तैयार की थी। लाकडाउन की अवधि के दौरान प्रतिदिन उन्होने अधिकारियों के साथ बैठके की। इसको लेकर वे न रूके न थके। लाकडाउन की अवधि समाप्त होने के बाद वे अब विकास कार्यो की समीक्षा करने को जिलो का दौरा करने निकल पड़े। पिछले दो दिनों में उन्होंने पूर्वाचल के वाराणसी और आजमगढ़ का दौरा किया।

लाकडाउन की अवधि के दौरान ही उनके पिता का निधन हो गया। लाँकडाउन के दौरान ही अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान ही उन्हे अपने पिता के निधन की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद वे भावुक जरूर हुए लेकिन विचलित नहीं हुए। उन्होंने अपने घर के लोगों से फोन पर ही बात की और अत्येष्टिï में सोशल डिस्टेरिंग का ध्यान रखने का सुझाव देते हुए कम से कम लोगों के एकत्र होने की बात भी कही। प्रदेश और यहां की जनता के प्रति उनकी ऐसी कर्तव्यनिष्ठïा परायणता की मिसाल दूसरी जगह मिलना मुश्किल है। इससे साफ हो गया कि उनके लिए पुत्र धर्म से बढ़कर राजधर्म है जिसका वे बखूबी पालन भी कर रहे है। प्रदेश की जनता के प्रति उनकी कर्तव्य परायणता के लोग देश में ही नहीं कायल है पड़ोसी देश में

उनकी इस कार्यशैली की भी सराहना हो रही है। कोरोना महामारी से निपटने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के काम की हर ओर तारीफ हो रही है। यहां तक कि भारत पाकिस्तान भी सीएम योगी की शान में कसीदे पढ़ रहा है। पाकिस्तान के एक चर्चित अखबार द डॉन के संपादक फहद हुसैन कोरोना के दौरान सीएम योगी की ओर से उठाए गए कदमों की तारीफ  करते हुए उनके मुरीद हैं। इतना ही नहीं फ हद ने ट्वीट कर योगी आदित्यनाथ और पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के काम की तुलना कर दी। इस दौरान उन्होंने योगी नेतृत्व को इमरान से बेहतर बताया है। यह उत्तर प्रदेश की  नहीं  देश के लिए फख्र की बात है कि देश के किसी राज्य के मुख्यमंत्री की तारीफ एक ऐसा मुल्क कर रहा है जिसे यहां के लोग पूरा देश दुश्मन देश के रूप में जानता है। देश में उत्तर प्रदेश के अलावा कई दूसरे प्रदेश भी भाजपा शासित है लेकिन कोरोना से निपटने में जितनी तत्परता प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिखाई उसी के चलतेआज उत्तर प्रदेश महाराष्टï्र और गुजरात से पीछे है।

लाँकडाउन अवधि के दौरान कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ की गयी सख्ती के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर राजनीतिक दलों के साथ एक वर्ग विशेष के विरोध और आरोपों का सामना करना पड़ा। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जान है तो जहान है के सूत्रवाक्य का अनुपालन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी परवाह नहीं की पुलिस और प्रशासन को लाँकडाउन का पालन कराने के साथ कोरोना प्रभावित लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य व सुविधाएं मुहैया कराने की उनकी मुहिम रंग लाई। इसी का नतीजा है कि आज उनकी तारीफ पड़ोसी देश भी कर रहा है।