लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 100 के करीब पहुंचने वाली है। लखनऊ समेत प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी स्वाइन फ्लू के मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा (स्वाइन फ्लू) से पीड़ित मरीजों की संख्या 95 तक पहुंच गयी है। इनमें सबसे अधिक 11 मरीज लखनऊ में पाए गये हैं। लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि लखनऊ में अब तक 11 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जिनमें से एक की मरीज की मौत हो चुकी है।
10 मरीजों का उपचार अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। उत्तर प्रदेश में एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा (स्वाइन फ्लू) से पीड़ित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को अलर्ट के निर्देश दिये थे। सीएमओ व सीएमएस को बीमारी के प्रति सतर्कता बरतने के साथ ही इन्फ्लुएंजा मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तर आरक्षित रखने और जांच, दवा व अन्य संसाधनों की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएमओ को एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा के कारणों, रोकथाम व उपचार की जानकारी आम नागरिकों तक पहुंचाने का निर्देश दिया है। इसमें इन्फ्लुएंजा की स्थिति में क्या करें और क्या न करें के बिंदु भी शामिल करने को कहा गया है। इन जिलों में मिले मरीज आगरा में 08, सहारनपुर में 03, कानपुर में 02, बरेली में 01, अयोध्या में 01 और रायबरेली के एक मरीज में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है जिसमें से रायबरेली निवासी मरीज अशोक सिंह (46 वर्ष) की मौत 09 जनवरी को लखनऊ के एक निजी अस्पताल में हुई है।
इसी तरह बरेली के एक अस्पताल में भी एक मरीज की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है। स्वाइन फ्लू के लक्षण नाक बहना, बुखार, थकान, गले में लगातार खराश रहना, सिर और मांसपेशियों में दर्द, अकड़न आदि स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं। इससे बचने के लिए भीड़-भाड़ की जगह कम से कम जाएं। खांसते या छींकते समय मुंह पर रूमाल रखें, बुखार आने पर पैरासिटामॉल लें और चिकित्सक से संपर्क करें। स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवायजरी स्वास्थ्य महानिदेशक डा. पदमाकर सिंह ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों को मिलाकर अब तक कुल 95 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। गंभीर बीमारी को मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस से बचाव के लिए निर्देश जारी किया है।