बेटियां भाग्य विधाता होती है दो घरों की शान होती हैं…


हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में शीर्ष पर रहीं छात्राओं ने मनाया कन्या जन्मोत्सव
जिलाधिकारी अनुराग पटेल के अनूठे अभियान की हो रही जगह-जगह सराहना
नवरात्रि के पांचवें दिन महिला अस्पताल में हुआ सात कन्याओं का जन्म

भास्कर न्यूज
बांदा। जिलाधिकारी अनुराग पटेल की अगुवाई में चल रही अनूठी मुहिम नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम को जगह जगह सराहना मिल रही है। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में शीर्ष दस स्थान पाने वाली छात्राओं ने नवरात्रि महोत्सव के पांचवे दिन जन्मी सात कन्याओं का जन्मदिन केक काटकर मनाया। छात्राओं ने बेटिया भाग्य विधाता होती हैं दो घरों की शान होती हैं गीत के माध्यम से बेटियों का महत्व बताया। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने टॉपर छात्राओं को उपहार भेंटकर सम्मानित किया। डीएम ने कहा कि बेटियां बेटों से किसी भी मायने में कम नहीं हैं। हाईस्कूल-इंटर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राएं आगे चलकर मेडिकल, इंजीनियरिंग, खेलकूद अादि क्षेत्रों में नाम रोशन करेंगी। डीएम ने कहा कि असफलता मिलने पर घबराने की नहीं बल्कि डटकर मुकाबला करने की जरूरत है।
मिशन शक्ति अभियान-3 के तहत डीएम अनुराग पटेल की अनूठी पहल नवेली-बुन्देली कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। शुक्रवार को उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में टॉप टेन रहीं छात्राओं ने नवरात्रि के पांचवें दिन जन्मीं सात कन्याओं का जन्मदिन केक काट कर मनाया।

 शुक्रवार को जन्मी बेटियों की माताओं रोशनी द्विवेदी, दीपू, अंजना, रानी, अर्चना, गोमती व हसीन की नवजात बच्चियों का जन्मोत्सव मनाया गया और उन्हें उपहार व जन्म प्रमाण देकर सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने नवेली-बुन्देली कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि बेटा-बेटी में भेद को कम करने और बेटी के जन्म के बाद से सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिलाने में यह मुहिम सार्थक साबित हो रही है। डीएम ने कार्यक्रम में शामिल मेधावी छात्राओं को उपहार भेंट कर सम्मानित किया। कहा कि जिस तरह छात्राओं ने हाईस्कूल व इंटर में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए बेटों को पीछे छोड़ने का काम किया है, उसी तरह आगे चलकर अपनी रुचि के अनुसार प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सफलता के झंडे गाड़ेंगी। 

मेधावी छात्रा प्रियांशी गुप्ता, शिवांगी सिंह, शुभी अवस्थी, प्रीति आदि ने अपने जीवन के लक्ष्य पर चर्चा करते हुए कहा कि बेटियों को शिक्षा से दूर करना सबसे बड़ा पाप है। कहा कि बेटी शिक्षित होकर जहां स्वावलंबी बनकर आर्थिक मजबूती में सहायक होती है, वहीं दो परिवारों की शिक्षा का जिम्मा भी उठाती है। कार्यक्रम डीआईओएस विनोद कुमार, नगर मजिस्ट्रेट राजेश वर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीनू सिंह, जिला सूचना अधिकारी राम जी दुबे, सीएमएस महिला डाॅ.सुनीता सिंह, डाॅ.चारू गौतम, डाॅ.अर्चना भारती, अर्चना रैकवार, इन्द्रवीर सिंह आदि शामिल रहे।

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