ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर कई हाउसिंग सोसाइटी को मेट्रो की सुविधा देगा दौरली स्टेशन

एलिवेटेड स्टेशन के लिए कुल 12 पिलर्स का किया गस्य है निर्माण 

भास्कर समाचार सेवा


मेरठ। दौरली मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए पिलर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। इस एलिवेटेड स्टेशन के लिए कुल 12 पिलर्स का निर्माण किया गया है, जिन्हें 4-4 पिलर की 3 समानान्तर लाइन पर बनाया जा रहा है। इनमें से 4 पिलर मुख्य मार्ग के बीच मेडियन पर और बाकी 4-4 सड़क के दायीं और बायीं ओर बनाए गए हैं। पिलर का निर्माण पूरा होने के बाद अब सभी पिलर्स को जोड़ने के लिए बीम डालने का कार्य आरंभ हो गया है। इसके बाद स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल का काम शुरू किया जाएगा।

मीडिया प्रवक्ता अपर्णा त्रिपाठी ने बताया, यात्रियों की दैनिक यातायात की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन की योजना इस प्रकार बनाई गई है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग मेट्रो सुविधा का लाभ उठा सकें। इस स्टेशन से कुछ ही दूरी पर दौरली गांव एवं कई रिहायशी कॉलोनियां और स्थानीय बाजार हैं। शील कुंज, सनसिटी, इंद्रप्रस्थ स्टेट कॉलोनी, एकता नगर, सनराइज एन्क्लेव, क्वींसलैंड पार्क कॉलोनी और गोल्डन एवेन्यू में रहने वालों के लिए दौरली स्टेशन सबसे नजदीक होगा। दौरली स्टेशन से कुछ ही दूरी पर फर्नीचर और लोहे का काम करने वाली कई दुकानें हैं। इन जगहों पर काफी संख्या में लोग आते हैं। इन लोगों के साथ-साथ यहां के कामगारों को भी यह स्टेशन तेज़ गति की सुगम यात्रा की सुविधा मुहैया कराएगा। बताया, लगभग 75 मीटर लंबे, 33 मीटर चौड़े इस एलिवेटेड स्टेशन के तीन लेवल होंगे – ग्राउंड, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवेल। इसका प्लेटफॉर्म लेवेल भूतल से 17 मीटर ऊँचाई पर होगा। इस स्टेशन में आने-जाने के लिए ग्राउंड लेवेल पर यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन के दोनों ओर 1-1 प्रवेश/निकास द्वार बनाए जाएंगे। ये दोनों द्वार सड़क के दायीं और बायीं ओर होंगे। एक द्वार दौरली ग्रामीण क्षेत्र की तरफ होगा। वहीं दूसरा द्वार रिहायशी कॉलोनियों की तरफ होगा। 

सीढ़ियों के साथ-साथ लिफ्ट्स की सुविधा
उन्होंने बताया, स्टेशन के दोनों द्वारों से कॉनकोर्स लेवल पर जाने के लिए 2-2 एस्कलेटर्स (अप एंड डाउन) लगाए जाएंगे। वहीं कॉनकोर्स लेवल से प्लेटफॉर्म लेवल पर जाने के लिए भी एस्कलेटर्स (अप एंड डाउन) लगाए जाएंगे। इसके साथ ही, दोनों प्रवेश/निकास द्वारों पर ग्राउंड से कॉनकोर्स और कॉनकोर्स से प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए सीढ़ियों के साथ-साथ लिफ्ट्स की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।

रोजाना आवाजाही में होगी कम असुविधा   
बताया, दौरली स्टेशन मेरठ मेट्रो का एक अहम हिस्सा होगा। यह शहर की नई यातायात व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। स्थानीय लोगों की कम से कम असुविधा सुनिश्चित करने के लिए स्टेशन के निर्माण हेतु पूरे क्षेत्र की बैरिकेडिंग नहीं की गई है, बल्कि छोटे-छोटे ब्लॉक बनाकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। छोटे ब्लॉक बनाकर निर्माण करने की प्रक्रिया से दुकानों, कॉलोनियों और सड़क से जुड़े पतले-पतले रास्ते व गलियां बंद नहीं हुए। इससे स्थानीय लोगों को रोजाना आवाजाही में कम से कम असुविधा हो रही है।  

21 किमी में बनेंगे 13 स्टेशन
कहा, मेरठ शहर में 21 किलोमीटर में बनाए जा रहे मेट्रो सिस्टम में 13 स्टेशन होंगे। ज्ञातव्य है कि मेरठ में मेट्रो नेटवर्क, रीज़नल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के बुनियादी ढांचे पर ही संचालित होगा।

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