
भास्कर समाचार सेवा
मेरे अब्बा की मौत में अस्पताल का कोई योगदान नहीं: वसीम अहमद
नजीबाबाद। स्थानीय पूजा हॉस्पिटल के एमडी डॉ संदीप अग्रवाल ने बताया कि अतिशयोक्ति पूर्ण समाचारों के प्रकाशन से धूमिल हुई सामाजिक प्रतिष्ठा व मानसिक वेदना के कारण मैंने मानहानि का नोटिस दिया था। मृतक के पुत्र ने कहा कि उसके अब्बा की मौत में अस्पताल का कोई योगदान नहीं था।डॉ संदीप अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने मोबिन के परिजनों की सहमति से उसका इलाज किया था व उसको वेंटिलेटर पर रक्खा हुआ था। उसकी मौत में हमारी व हमारे स्टाफ की कोई कमी नहीं थी।श्री अग्रवाल ने कहा कि मोबीन की मृत्यु के पश्चात कुछ समाचार पत्रों व चैनल पर अतिशयोक्ति पूर्ण समाचार लगे थे। जिससे हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा बहुत प्रभावित हो रही थी और मैं मानसिक वेदना के कारण अत्यधिक परेशान था। उन समाचारों के कारण ही हमारी सीएमओ ऑफिस से जांच आई थी। उस जांच में हमें क्लीन चिट मिली थी। इसके बावजूद नगर में तरह-तरह की चर्चाएं जारी थीं। जिससे परेशान होकर हमने नोटिस दिया था।मृतक के बेटे वसीम अहमद ने डॉक्टर संदीप अग्रवाल के कथन को सही बताते हुए कहा कि हमें उनसे अब्बा की मौत वाले मामले में कोई शिकायत नहीं है। शिकायत बस इतनी है कि उनके द्वारा जो मानहानि का नोटिस दिया गया था उन्हें वह नहीं देना चाहिए था। वह हमसे जानकारी करते। हमारा भाई शाहवेज बहुत छोटा था। वह उस नोटिस से गलतफहमी वदहशत का शिकार हो गया और उसने आत्महत्या कर ली।