नई दिल्ली। दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने सोमवार को विधानसभा में अपना 10वां बजट पेश किया है। उन्होंने दिल्ली के लिए 76000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। इस बजट में महिलाओं के लिए सम्मान राशि प्रतिमाह एक हजार रुपये देने को भी शामिल किया गया है। बजट पेश कर रहीं आतिशी ने कहा, दिल्ली पर प्रभु राम की ऐसी कृपा रही है कि शिक्षा और फ्लाईओवर बनाने के लिए पैसे की कमी नहीं हुई। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि दिल्ली की आबादी देश की कुल आबादी का सिर्फ 1.55 फीसदी ही है, बावजूद इसके देश की जीडीपी में दिल्ली का योगदान दोगुने से ज्यादा है। इसी के साथ वर्ष 2023-2024 में देश की औसत जीडीपी में दिल्ली का योगदान 3.89 फीसदी होने जा रहा है।
इस बजट में दिल्ली की महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना पेश की गई, जिसके मुताबिक अब दिल्ली की लाड़लियों को प्रतिमाह सरकार एक हजार रुपये देगी। आतिशी ने वित्त वर्ष 2024-2025 का बजट पेश करते हुए कहा, 2013 में जब हम राजनीति में पदार्पण कर रहे थे उस समय लोगों का लोकतंत्र से भरोसा ही उठ गया था। यह वह समय था जबकि नेता का आना-जाना लगा रहा, सरकारें आती-जाती रहती थीं. लेकिन लोगों की जिंदगी में सुधार नहीं हो रहा था। इसलिए आम आदमी का वोट से भरोसा ही उठ गया था। ऐसे में अरविंद केजरीवाल उम्मीद की किरण बनकर आए और ईमानदारी व सच्चाई का भरोसा दिलाया और भारी बहुमत के साथ सरकार बनाई।
बजट की खास बातें:- –
दिल्ली की केजरीवाल सरकार के बजट में मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना सबसे खास बात है। इस योजना के तहत 18 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को एक हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने 2000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। शिक्षा का बजट हुआ दोगुना वित्त वर्ष 2014-2015 में दिल्ली का शिक्षा बजट 6554 करोड़ रुपये था, जिसे बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है। आतिशी बताती हैं कि वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए दिल्ली का शिक्षा बजट 16,396 करोड़ रुपये है।
वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि बीते नौ सालों में करीब 400 प्रिंसिपल्स को ट्रेनिंग के लिए कैम्ब्रिज भेजा गया, 950 से ज्यादा टीचर्स को सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए भेजा गया, 1700 प्रिंसिपल को आईआईएम अहमदाबाद ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। केजरीवाल सरकार ने वर्ष 2015 के बाद से दिल्ली के स्कूलो में 22711 नए क्लासरूम बनाकर एक रिकॉर्ड कायम किया है। सरकारी स्कूलों का हुआ कायाकल्प वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प हो चुका है। नौ सालों में राजधानी में हर एक वर्ग का विकास किया गया है। गरीब परिवार को नि:शुल्क इलाज मिला है वहीं अब गरीब परिवार का बच्चा सरकारी स्कूल में बेहतर शिक्षा ले सकता है।
इसी बीच आतिशी ने विधानसभा में मनीष सिसोदिया को याद करते हुए कहा, दिल्ली में यदि शिक्षा क्रांति लाने में किसी एक व्यक्ति की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही तो वह है, मेरे बड़े भाई मनीष सिसोदिया की। स्वास्थ्य के लिए बजट में क्या -बजट में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के लिए 8685 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सरकारी अस्पतालों के लिए 6215 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। मोहल्ला क्लीनिक के लिए 212 करोड़ रुपये का प्रावधान है। सरकारी अस्पतालों में जरूरी दवाइयों के लिए 658 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। सरकारी अस्पतालों के विस्तार के साथ ही नए अस्पतालों के निर्माण हेतु 400 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
पोषण से जुड़ी योजनाओं के लिए 664 करोड़ रुपये आवंटित किए। पेंशनधारियों की धनराशि बढ़ी दिल्ली के बजट में पेंशनधारियों के लिए 2714 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। महिलाओं और बच्चों के विकास के साथ-साथ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी कल्याण हेतु 6216 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। दिल्ली जल बोर्ड के लिए 2024-2025 में 7195 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री आतिशी ने प्रभु राम को याद करते हुए कहा कि दिल्ली पर प्रभु राम की कृपा बनी हुई है। हम सभी राम के जीवन से प्रेरित हैं और दिल्ली में राम राज लाने काम कर रहे हैं। रामराज के लिए लंबी दूरी तय करनी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पर प्रभु राम की ऐसी कृपा रही कि शिक्षा और फ्लाईओवर बनाने के लिए कभी पैसे की कमी नहीं आई। उन्होंने कहा कि भगवान राम को 14 वर्षों के वनवास पर जाना पड़ा था, लेकिन भगवान राम ने वनवास चुना और अपने वादे को पूरा भी किया। भगवान राम की ही तरह केजरीवाल को भी अथक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन भगवान राम की तरह केजरीवाल भी अपने वादों से पीछे नहीं हटे हैं।