गांवों में सेवा से मोहभंग, अनेकों पंचायत सहायकों ने छोड़ी अपनी नौकरी

एक तो कम मानदेय, उसके लिए भी ऊपर से लम्बा इंतजार

पिछले वर्ष ही हुई थी जिले में सैकड़ो पंचायत सहायकों की नियुक्ति।

भास्‍कर समाचार सेवा…

संभल। ग्राम पंचायतों में तैनात पंचायत सहायकों का नौकरी से मोहभंग होता जा रहा है। एक तो कम मानदेय और ऊपर से मानदेय के भुगतान में लेटतलीफी ने युवाओं को गांवों में सेवा से विमुख कर दिया है। जनपद में अभी तक अनेकों पंचायत सहायकों ने इस्तीफा दे दिया है। रिक्त पदों पर तैनाती की प्रक्रिया चल रही है लेकिन आवेदक तलाशे नहीं मिल रहे हैं। खाली पदों के कारण पंचायतों काम भी प्रभावित हो रहा है।
ग्राम पंचायतों में नियुक्ति के समय एक-एक ग्राम पंचायत से तीस-तीस तक आवेदन हुए थे। जिले भर से करीब आठ हजार युवाओं ने आवेदन किये थे लेकिन अब जिले के रिक्त हुए 34 पंचायत सहायकों का पद भरना मुश्किल हो रहा है। रिक्त पदों को भरने के शासन के निर्देश के बाद भी अभी तक इन पर नियुक्ति नहीं हो सकी है। जनपद की 670 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक नियुक्त हुये थे लेकिन अभी तक 34 ग्राम पंचायतों के पंचायत सहायक अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इन पंचायत सहायकों को छह हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है। इन पर सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी लेने की भी जिम्मेदारी है। साथ ही छात्रों के प्रमाण पत्र, गांवों की डीपीआर आदि बनाने का जिम्मा भी पंचायत सहायक ही संभाल रहे हैं। कम पैसे में अधिक काम का दबाव नियुक्ति की शुरुआत से ही दिखने लगा था। यही कारण है कि आज तक जनपद संभल में अब तक 34 पंचायत सहायकों ने अपने पद ने इस्तीफा दे दिया है। इसके लिए सभी ने अलग-अलग कारण बताए हैं। किसी को इससे अधिक अच्छी तनख्वाह की नौकरी मिल गई तो कोई अपने कारोबार में लग गया। लेकिन इतने कम दाम पर इतना काम करना उनको रास नहीं आया।

शासन से भी आदेश प्राप्त हो गया है और रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही जनपद के समस्त रिक्त पदों को भरा जायेगा। – जाहिद हुसैन, डीपीआरओ संभल।

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