संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने सुनी समस्याएं

भास्कर समाचार सेवा

मैनपुरी । जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील घिरोर में जन-सुनवाई के दौरान अनुपस्थित उपायुक्त मनरेगा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी बरनाहल को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुये कहा कि सभी सम्बन्धित अधिकारी संपूर्ण समाधान दिवस पर समय से उपस्थित रहकर जन समस्याओं का निराकरण करने में रूचि लें, बिना पूर्व अनुमति के कोई भी अधिकारी संपूर्ण समाधान दिवस से नदारद रहा तो उसके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही होगी। उन्होने कहा कि अधिकारी जन शिकायतों के प्रति संवेदनशील रहकर उनका निराकरण करें, अधीनस्थों पर किसी भी दशा में निर्भर न रहें बल्कि स्वयं शिकायतकर्ता से बात कर समस्या का समाधान करायें, यथा संभव मौके पर जाकर स्थिति को देखने के उपरांत ही निराकरण कर निस्तारण आख्या भेजें। 

         आज जन-शिकायतें सुनने के दौरान जब गोदना नि. मीरा देवी, इस्माइलपुर नि. रामबेटी, मीरा देवी ने अपने प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि पात्र होने के बावजूद भी उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभान्वित नहीं किया जा रहा है, जांच में बार-बार उन्हें अपात्र कर दिया जाता है, जबकि वह कच्चे मकान में निवास कर रही हैं, जिस पर उन्होंने खंड विकास अधिकारी घिरोर को निर्देशित करते हुए कहा कि आवास योजना का लाभ पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता के साथ पात्रों को उपलब्ध कराया जाए, चयन प्रक्रिया में पूरी सावधानी बरती जाए, कोई भी अपात्र व्यक्ति आवास योजना का लाभ न पा सके, कोई भी पात्र व्यक्ति योजना का लाभ पाने से वंचित न रहे, विकास खंड के साथ ग्राम पंचायतों में भी आवास पात्रता सूची सर्वदृश्य स्थान पर प्रदर्शित रहे ताकि जिन लोगों के नाम सूची में शामिल है उन्हें लाभ पाने के लिए भटकना न पड़े। भगवन्तपुर नि. गंधर्व सिंह ने अपने प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि उसे 05 बीघा का पट्टा आवंटित हुआ था, जिसमें से काफी लंबे समय से 04 बीघा भूमि पर काबिज है और फसल कर रहा है लेकिन क्षेत्रीय लेखपाल जियाउद्दीन ने गलत ढंग से फसल कटवा दी है, जिस पर उन्होंने तहसीलदार घिरोर को निर्देशित करते हुए कहा कि मौके पर जाकर प्रकरण की जांच करें यदि जांच में लेखपाल दोषी पाया जाए तो उसके विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जाए। 

         श्री सिंह ने कहा कि क्षेत्र में अभियान चलाकर सरकारी भूमि से अनाधिकृत कब्जे हटवाए जाएं, तहसील की कार्य संस्कृति में बदलाव दिखे, भूमि संबंधी विवाद प्राथमिकता पर निबटाएं जाएं, मौके पर राजस्व पुलिस की टीम संयुक्त रूप से जाकर भूमि विवादों का निपटारा करें, एक बार अनाधिकृत कब्जा हटवाने, पैमाइश करने के उपरांत यदि किसी के द्वारा पुनः कब्जा किया जाए तो उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर भू-माफिया में चिन्हित किया जाए। उन्होंने अधिशासी अभियंता नलकूप, नहर को निर्देशित करते हुए कहा कि क्षेत्र के सभी सरकारी ट्यूबवेल चालू दशा में रहे, सभी रजवाहा माइनर में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए ताकि किसानों को गर्मी के मौसम में सिंचाई हेतु पानी की उपलब्धता के लिए परेशान न होना पड़े। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि जनपद में किसी भी सड़क, मुख्य स्थानों पर निराश्रित गोवंश दिखाई न दें, सड़कों पर जो भी निराश्रित गोवंश हैं, उन्हें तत्काल गौशाला में संरक्षित किया जाए। उन्होंने खंड विकास अधिकारी घिरोर को हिदायत देते हुए कहा कि विकासखंड क्षेत्र में अभी तक अस्थाई गौशालाओं का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है, जिस कारण क्षेत्र में निराश्रित गौवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि आगामी 01 सप्ताह में ग्राम पंचायतों में अस्थाई आश्रय स्थल का निर्माण कार्य पूर्ण कराकर उनमें निराश्रित गोवंश को संरक्षित किया जाए।

        आज आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील घिरोर के दूर-दराज ग्रामीण अंचल से आए 26 फरियादियों ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी के सम्मुख प्रस्तुत किए, जिसमें से 04 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर पर फरियादियों को तत्काल राहत प्रदान की, चापरी मुसलमीन नि धनीराम सिंह ने कुसियारी रजवाह की सफाई का कार्य पूर्ण कराए जाने, ग्राम नबेरी नि. राम अवतार यादव ने भू-माफियाओं द्वारा अनाधिकृत रूप से सरकारी सम्पत्ति, भूमि पर अवैध रूप से किये गये कब्जे को हटवाने, बमरौली नि. प्रीति ने ग्राम बमरौली के रास्ते पर डामरीकरण कराये जाने, ग्राम गोधना नि. ओम प्रकाश ने ग्राम समाज की भूमि को अनाधिकृत कब्जे से मुक्त कराने की मांग अपने शिकायती प्रार्थना पत्रों के माध्यम से की, जिस पर उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को पृष्ठाकिंत कर निर्धारित समयसीमा में निस्तारण हेतु उपलब्ध कराया। 

          पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने पुलिस से संबंधित शिकायतों को सुना और अधीनस्थों को प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। इस दौरान उप जिलाधिकारी घिरोर नितिन कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पी.पी. सिंह, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. सतेन्द्र सिंह,  प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी एस.एन. मौर्य, उप निदेशक कृषि डी.वी. सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी अजय पाल सिंह, जिला कृषि अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी कयामुद्दीन अंसारी, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नेहा पांडेय, जिला पंचायत राज अधिकारी अविनाश चंद्र, तहसीलदार घिरोर राकेश कुमार जयंत सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

         जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक ने कृषि बीज अनुदान योजना के अन्तर्गत घिरोर क्षेत्र के 20 कृषकों हरीकिशोर, सुरेश चंद्र, बालक राम, राजू, कपूर श्री, देशराज, सुखबीर, विमलेश, जगदेव,  जसवंत सिंह, मदन गोपाल, भगवान सिंह, धर्मेंद्र कुमार, जनवेद, निहाल, सुमन प्रकाश, अमर पाल, मुकेश कुमार, मनोज कुमार, इंद्रपाल सिंह, सुघर सिंह, लालाराम, पवन कुमार को एन.एफ.एस.एम. योजनान्तर्गत दलहन, उर्द, मूंग की मिनी किट निशुल्कको उर्द, मूंग बीज किट, निःशुल्क पाठ्य पुस्तक योजना के तहत उच्च प्राथमिक विद्यालय घिरोर की कामिनी, विशाखा, नगला बाग के आर्यन, अनामिका, लपगवां की रजनी, ऋषभ को पुस्तकें उपलब्ध करायी।

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