
भास्कर समाचार सेवा
मिलक/रामपुर। सोमवार को जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माॅदड़, मुख्य विकास अधिकारी गजल भारद्वाज ने विकास खण्ड मिलक के ग्राम पंचायत कजियापुरा में पहुंचकर जल संरक्षण के लिए सैंजनी नदी पर चलाए जा रहे तटबन्ध संरक्षण एवं पौधारोपण कार्यक्रम का ग्रामीणजनों के साथ शुभारंभ किया। जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने स्वयं फावड़ा थामकर नदी के तट को सुरक्षित बनाने और इसके लिए आमजन की सहभागिता का संदेश दिया। उन्होंने नदी के तट पर पीपल का पौधा भी लगाया। जिलाधिकारी ने कजियापुरा में आयोजित पानी पंचायत में मौजूद ग्रामीण जनों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत में स्थित विभिन्न प्रकार के जल स्रोतों के संवर्धन और संरक्षण के साथ साथ जल की उपयोगिता भी भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर करना होगा। जल संकट से निपटने के लिए यदि वर्तमान में संयुक्त रुप से प्रयास नहीं किए गए तो भविष्य में जल संकट की और भी अधिक गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है, इसलिए हम सभी को अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए प्राकृतिक संसाधनों और पानी की जरूरतों पर ध्यान देना होगा। ग्राम पंचायत के अंतर्गत स्थित तालाब पर अवैध कब्जे के मामले पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए संबंधित लेखपाल सुबोध कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि निर्गत करने के निर्देश दिए साथ ही तालाब की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले व्यक्ति को भी निर्देशित किया कि वे स्वेच्छा से तालाब की जमीन खाली कर दें और यदि अवैध कब्जा हटाने में लापरवाही की गई तो कार्यवाही होगी। उन्होंने ग्राम पंचायत के सचिव को निर्देशित किया कि वे मनरेगा के तहत तालाब के लिए आरक्षित जमीन पर तत्काल खुदाई का कार्य प्रारंभ कराना सुनिश्चित करें।
जिला प्रशासन द्वारा सैंजनी नदी के संरक्षण के लिए शुरू किए गए अभियान के बारे में जिलाधिकारी ने ग्रामीण जनों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पौधारोपण जल चक्र से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू है इसलिए ग्राम पंचायत के अंतर्गत जन सहभागिता से व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण कराया जाए। मुख्य विकास अधिकारी गजल भारद्वाज ने कहा कि जल स्रोतों के रूप में तालाब, कुएं और नदियां आदि की हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्राम पंचायत के सचिव ऐसी कार्य योजना बनाएं जिसमें गांव के लोग मनरेगा के तहत नदियों के तटबंध को सुरक्षित करें और सिंचाई विभाग के अधिकारी नदी के कटान को रोकने के लिए पर्याप्त प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के विकास और नदी संरक्षण की जिला प्रशासन की मुहिम को साकार रूप प्रदान करने में स्थानीय लोगों की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्हीं के प्रयासों से ग्राम पंचायतों को हरा भरा और मॉडल पंचायत के रूप में विकसित करने में सफलता मिलेगी। इस दौरान उप जिलाधिकारी मिलक, डीसी मनरेगा, अधिशासी अभियंता सिंचाई, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।