
मैनपुरी – राष्ट्रीय प्रदूषण नियन्त्रण दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंह के कुशल नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने जनपद के सार्वजनिक स्थानों, शासकीय कार्यालयों, शासकीय गेस्ट हाउस में औषद्यीय पौधे रोपित किये, जिलाधिकारी ने अपने आवास पर पौधे रोपित करते हुये कहा कि तेजी से बढ़ता पर्यावरण प्रदूषण हम सबके सामने गंभीर चुनौती है, पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए सभी को जागरूक होना होगा, अपने कर्तव्यों, दायित्वों का निर्वहन करना होगा। उन्होने कहा कि धरती के आभूषण वृक्षों की घटती संख्या को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक वृक्ष रोपित करने होंगे, वृक्षों की देखभाल करनी होगी। उन्होने कहा कि वृक्षों के आसपास रहने से जीवन में मानसिक संतुष्टि मिलती है, वनों से हमे औषधीय जड़ी बूटियां, गोंद, घास तथा जानवरों का चारा भी प्राप्त होता है। वृक्ष दूषित वायु को ग्रहण करके हमें शुद्ध एवं जीवनदायक वायु प्रदान करते हंै, हवा और पानी जितना जरूरी है, उतना ही आवश्यक वृक्ष हैं इसलिए वनों की सुरक्षा के साथ अधिक से अधिक वृक्ष रोपित करने होंगे।
डीएम ने कहा कि देश की समृद्धि में वृक्षों का महत्वपूर्ण योगदान है, इसलिए राष्ट्र के हर नागरिक को स्वयं और राष्ट्र के हित के लिए वृक्षारोपण करना बहुत आवश्यक है, वृक्ष हमारे लिए काफी लाभदायक हैं, वातावरण में फैली कार्बन डाइ-ऑक्साइड को वृक्ष जीवनदायिनी ऑक्सीजन में बदल कर हमें पूरी जिन्दगी आॅक्सीजन प्रदान करने का काम करते हैं, वृक्षों की पत्तियों, छालों एवं जड़ों से हमें विभिन्न प्रकार की औषधियां मिलती है, वृक्षों से रसदार एवं स्वादिष्ट फल प्राप्त होते हैं साथ ही वृक्ष हमें छाया प्रदान करते हैं इनके छाया में पशु-पक्षी ही नहीं बल्कि मनुष्य को भी चैन की सांस मिलती है, जहां वृक्ष पर्याप्त मात्रा में होते है, वहां वर्षा भी अधिक होती है, वृक्षों से पर्यावरण की खूबसूरती में निखार आता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय प्रदूषण नियन्त्रण दिवस का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक आपदा प्रबन्धन और उसके नियंत्रण के लिए जागरूकता फैलाना है. इस दिवस का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण के बारे में लोगों को जागरूक करना है. इसके अलावा औद्योगिक आपदा को नियंत्रित करने के लिए लोगों को शिक्षित करना है। प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए बनाए गए कानूनों के बारे में लोगों को जानकारी देना, इंसान की लापरवाही से होने वाले औद्योगिक प्रदूषण को रोकना है। उन्होने कहा कि वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों को जानने के लिए यह दिन काफी अहम है। इस दौरान अधिशाषी अभियंता लो.नि.वि. अनिल कुमार, सहायक अभियंता, अवर अभियंता आदि उपस्थित रहे।