- एम करुणानिधि के पार्थिव शरीर को चेन्नई के राजाजी हॉल में लोगों के अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया है
चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि का मंगलवार शाम निधन हो गया। 94 साल के करुणानिधि पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे थे। दिवगंत नेता का राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जाएगी। उनके अंतिम संस्कार को लेकर मद्रास हाइकोर्ट में चल रही बहस पर फैसला आ गया है। कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि उनका अंतिम संस्कार मरीना बीच पर ही होगा।
Case against denial of burial land by Tamil Nadu Govt at Marina beach for M #Karunanidhi: Arguments are now over. Acting Chief Justice begins dictating orders. pic.twitter.com/PcEEmPZ0e6
— ANI (@ANI) August 8, 2018
इस बीच करुणानिधि को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चेन्नई पहुंच चुके हैं। इसस पहले करुणानिधि के अंतिम संस्कार को लेकर मंगलवार रात विवाद खड़ा हो गया था। राज्य की एआईएडीएमके सरकार ने करुणानिधि को दफनाने के लिए मरीना बीच पर जगह देने से इनकार कर दिया था। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ डीएमके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। इसे लेकर रात 1 बजे तक मद्रास हाइकोर्ट में सुनवाई भी हुई था।
मामला तूल पकड़ता देखकर मद्रास हाइकोर्ट ने कहा कि वह मंगलवार रात को ही इस मामले की सुनवाई करेगा लेकिन रात में 1 बजे तक चली सुनवाई में कोई हल नहीं निकल सका। अब इस मामले में बुधवार को फिर से सुनवाई शुरू हुई तब जाकर कोर्ट ने अपना फैसला दिया। कई विपक्षी दलों ने भी डीएमके का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार को दिवंगत नेता के लिए मरीना बीच पर जमीन आवंटित करनी चाहिए।
Tamil Nadu: DMK supporters celebrate following Madras High Court's verdict to allow the burial of former CM M #Karunanidhi at Chennai's Marina beach. Visuals from Rajaji Hall (pic 1 & 3) and outside Madras High Court (pic 2) pic.twitter.com/nlB8KS5Iaf
— ANI (@ANI) August 8, 2018
Tamil Nadu: MK Stalin breaks down after Madras High Court's verdict to allow the burial of former CM M #Karunanidhi at Chennai's Marina beach. pic.twitter.com/rzgJ4h4fG4
— ANI (@ANI) August 8, 2018
PM @narendramodi arrived in Chennai a short while ago.
He is in Chennai to pay respects to Kalaignar Karunanidhi. pic.twitter.com/v1x6nvr3sg
— PMO India (@PMOIndia) August 8, 2018
राज्य सरकार का कहना है कि मुद्रास हाइकोर्ट में कई मामले लंबित है और कानून की जटिलताओं के कारण मरीना पर जमीन आवंटित नहीं की जा सकी है। आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जयलिलता और एम रामचंद्रन को भी मरीना बीच पर ही दफन किया गया था। खबरों की मानें तो राज्य सरकार इसलिए भी जमीन देने से इंकार कर रही है क्योंकि करुणानिधि वर्तमान मुख्यमंत्री नहीं थे।