डोनाल्ड ट्रंप और उनका ‘ब्रह्मास्त्र’: राष्ट्रपति बनने के बाद बदलेंगे ये बड़े नियम

वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप अगर फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं, तो उनका शासनकाल केवल अमेरिका के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़े बदलाव लेकर आ सकता है। ट्रंप ने सत्ता में वापसी की योजना बनाते हुए कई ठोस कदमों की घोषणा की है, जिनमें 100 से अधिक कार्यकारी आदेश (एक्जीक्यूटिव ऑर्डर) शामिल हैं। इन आदेशों को अमेरिका में एक शक्तिशाली उपकरण माना जाता है, जिनके लिए अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत नहीं होती।

ट्रंप के कार्यकारी आदेश: ब्रह्मास्त्र का प्रभाव
डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि राष्ट्रपति पद संभालते ही वे बड़े फैसलों की झड़ी लगाने वाले हैं। ट्रंप की योजना के मुताबिक, उनके राष्ट्रपति बनने के कुछ ही घंटों के भीतर वे 100 से अधिक एक्जीक्यूटिव ऑर्डर्स पर हस्ताक्षर करेंगे। इन आदेशों में बाइडेन प्रशासन की नीतियों को पलटना, अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना और ग्लोबल ऑर्डर में बदलाव लाना शामिल होगा।

क्या होते हैं कार्यकारी आदेश?

अमेरिका में कार्यकारी आदेश राष्ट्रपति को मिली विशेष शक्तियों का हिस्सा हैं।

  • एकतरफा अधिकार: इन आदेशों को लागू करने के लिए अमेरिकी संसद (कांग्रेस) की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती।
  • कानून जैसी शक्ति: कार्यकारी आदेश एक कानून की तरह प्रभावी होते हैं और तुरंत लागू किए जा सकते हैं।
  • सीमाएं: हालांकि, इन्हें कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है, लेकिन संसद इन्हें सीधे पलट नहीं सकती।

कार्यकारी आदेशों का यह अधिकार अमेरिकी राष्ट्रपति को अभूतपूर्व ताकत देता है। ट्रंप के ‘ब्रह्मास्त्र’ का यही अर्थ है—तुरंत और व्यापक प्रभाव डालने वाले फैसले।

भारत और चीन के लिए क्या संकेत हैं?
डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने पर उनकी भारत और चीन की नीति पर भी गहरी नजर होगी।

  1. भारत के लिए उम्मीदें: ट्रंप प्रशासन ने पहले भी भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने की कोशिश की थी। ट्रंप की टीम के मुताबिक, शपथ ग्रहण के बाद उनकी प्राथमिकता भारत के साथ व्यापारिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना होगा।
  2. चीन के साथ संबंध: हालांकि, ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान चीन पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की बात कही थी, लेकिन उनके राष्ट्रपति बनने के बाद चीन के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिशें भी हो सकती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप शी जिनपिंग से तनावपूर्ण संबंधों को हल्का करने के लिए चीन की यात्रा की योजना बना सकते हैं।

ट्रंप की नई नीतियों से दुनिया पर प्रभाव

डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां केवल अमेरिका तक सीमित नहीं रहेंगी।

  • ग्लोबल ट्रेड: ट्रंप के फैसले वैश्विक व्यापार पर सीधा असर डाल सकते हैं। उन्होंने पहले भी व्यापार समझौतों को लेकर कड़ा रुख अपनाया था।
  • सुरक्षा और आव्रजन: ट्रंप ने अमेरिका में सुरक्षा बढ़ाने और आव्रजन नियमों को सख्त करने की योजना बनाई है। यह भारत और अन्य देशों के छात्रों और पेशेवरों को प्रभावित कर सकता है।
  • पर्यावरण नीति: ट्रंप ने बाइडेन की ग्रीन एनर्जी नीतियों को पलटने की बात कही है। इसका असर अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण समझौतों पर पड़ेगा।

क्या बदलेंगे ग्लोबल ऑर्डर?
डोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्रपति बनना केवल अमेरिका नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक नया युग शुरू कर सकता है। उनके फैसले वैश्विक संतुलन को बदल सकते हैं। विशेष रूप से अमेरिका-चीन संबंध और भारत के साथ उनकी दोस्ती, दुनिया के बाकी देशों के लिए अहम साबित होगी।

 

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