क्या ट्रंप- किम की दोस्ती में फिर पड़ी दरार?

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया पर अपने सुर फिर से बदले हैं। ट्रंप ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया के पास मौजूद परमाणु हथियारों से ‘एक असाधारण खतरा’ अभी तक बरकरार है। इसके साथ ही उन्‍होंने नॉर्थ कोरिया पर प्रतिबंधां को बढ़ाने की बात भी कह डाली है। इस माह 12 जून को सिंगापुर में ट्रंप और किम जोंग उन की मुलाकात हुई थी। किम जोंग पहले नॉर्थ कोरियाई नेता थे जो किसी अमेरिकी राष्‍ट्रपाति से मिले थे। ट्रंप ने उस समय इस समिट को सफलता करार दिया था।

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अमेरिकी कांग्रेस हैरान

सिंगापुर सम्‍मेलन के बाद जब ट्रंप, वॉशिंगटन वापस लौट रहे थे तो वह इस समिट के सफल होने के बारे में गुणगान करते थक नहीं रहे थे। उस समय ट्रंप ने ट्वीट किया था, ‘अब नॉर्थ कोरिया की तरफ से कोई भी परमाणु खतरा नहीं है। आज की रात चैन से सो जाइए।’ ट्रंप ने यह ट्वीट 13 जून को किया था। लेकिन अब राष्‍ट्रपति के बदले सुरों ने अमेरिकी कांग्रेस को हैरान कर दिया है। शुक्रवार को अमेरिकी कांग्रेस को यह समझ नहीं पा रही थी कि आखिर क्‍यों ट्रंप पूर्व राष्‍ट्रपति जॉर्ज बुश के कार्यकाल में नॉर्थ कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को जारी रखना चाहते हैं।

जारी रहेगा नॉर्थ कोरिया पर दबाव

राष्‍ट्रपति ट्रंप की तरफ से कहा गया है कि जब तक नॉर्थ कोरिया की तरफ से परमाणु निरस्त्रीकरण पूरा नहीं होता तब तक वह अधिकतम दबाव बनाने का अभियान जारी रखेंगे और कोई भी प्रतिबंध नहीं हटाएंगे। बुश और पूर्व राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने नॉर्थ कोरिया के खिलाफ नेशनल इमरजेंसी लागू की थी। हालांकि, सिंगापुर समिट के दौरान डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन की बातचीत के बाद जारी किए गए ट्रंप के बयान का कार्यकारी आदेश ने विरोध किया था। ट्रंप के मुताबिक नॉर्थ कोरिया अब भी अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए ‘असामान्य और असाधारण’खतरा बना हुआ है।

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