
भास्कर समाचार सेवा
संभल। संभल के रजपुरा स्थित डीएसएम शुगर मिल ने गन्ना किसानों को मंगलवार को उनके खाते में धनराशि प्रेषित कर दी। गन्ने की बकाया धनराशि आने के बाद किसानों के चेहरों पर खुशी छा गई। मंगलवार को मिल द्वारा 1 नवंबर तक क्रय किए गए गन्ना किसानों का भुगतान करने के लिए 5.19 करोड़ रुपए की धनराशि भुगतान की गई है। जिसे सीधे गन्ना किसानों के संबंधित बैंक खाते में भेजा गया है।रजपुरा के डीएसएम शुगर मिल के यूनिट हेड आशीष कुमार शर्मा ने किसानों से अपील की है कि वह मिल को साफ सुथरा, मिट्टी व जड़ तथा पत्ती रहित ताजा गन्ना ही आपूर्ति करें। आशीष कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शुगर मिल किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान प्रति तीन दिन पर करती रहेगी। जहां मिल परिसर में किसानों के लिए कैंटीन, शौचालय, पेयजल, विश्राम स्थल आदि की व्यवस्था है। इसके अलावा किसानों को किसी प्रकार की समस्या होने पर हेल्प डेस्क काउंटर भी गन्ना विभाग द्वारा संचालित किया गया है, जहां किसानों की पर्ची भुगतान आदि से संबंधित समस्याओं का निस्तारण किया जाता है। अब किसानों को अपना गन्ना कम दामों में इधर उधर नहीं बेचना चाहिए। वहीं मंगलवार को 1 नवंबर तक क्रय किए गए सभी गन्ना किसानों के लिए उनकी गन्ने की धनराशि 5.19 करोड़ रुपए उनके संबंधित अकाउंट में भेज दी गई है। गन्ना महाप्रबंधक इकबाल सिंह ने किसानों से अपील की है कि सभी किसान पर्ची का एसएमएस प्राप्त होने के बाद ही गन्ने की कटाई करें, बिना पर्ची के गन्ने की कटाई बिल्कुल न करें। अपना बेसिक कोटा बनाने के लिए अपनी ही पर्ची पर गन्ने की आपूर्ति करें। उन्होंने कहा कि मोबाइल इनबॉक्स के एसएमएस को खाली करते रहें जिससे कि पर्ची भुगतान से संबंधित एसएमएस प्राप्त हो सके। जिन किसानों ने अपना आधार नंबर एवं मोबाइल नंबर समिति में ईआरपी पर अपडेट नहीं कराया है वह अतिशीघ्र इसे अपडेट करा लें।साथ ही महा प्रबंधक इकबाल सिंह ने किसानों से अच्छी पैदावार लेने के लिए शरद एवं बसंत कालीन पौधे गन्ने की कटाई जनवरी माह के बाद ही करने की अपील की।