Ekdant Sankasthi Chaturthi 2023 Puja Vidhi: भगवान गणेश की पूजा का विशेष अर्थ शास्त्रों में लिखा है. उनकी पूजा के बाद ही किसी दूसरे देवता की पूजा की जाती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल में 24 चतुर्थी पड़ती है और महीने में 2 चतुर्थी के व्रत रखे जाते हैं. चतुर्थी व्रत का आशय भगवान गणेश से दी है और उनकी पूजा करने से सभी विपदाएं खत्म होती हैं. ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर एकदंत संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है. इस दिन व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा करेंगे तो आपको काफी लाभ होगा. साथ ही भगवान को ये 5 चीजें पूजा के दौरान अर्पित करेंगे तो मनोकामनाएं पूरी होंगी.
भगवान गणेश की पूजा में चढ़ाएं ये 5 चीजें (Ekdant Sankasthi Chaturthi 2023 Puja Vidhi)
8 मई 2023 दिन सोमवार को एकदंत संकष्टी चतुर्थी की पूजा की जाएगी. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की आराधना और व्रत से जीवन की बाधाएं दूर हो जाती हैं. इसके साथ ही धन-ऐश्वर्य भी प्राप्त होता है. भगवान गणेश की पूजा में अगर आप कुछ ऐसी चीजें चढ़ा दें तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी. चलिए आपको बताते हैं वो 5 चीजें और पूजा विधि.
1.सबसे पहले आपको स्नान करना चाहिए और भगवान गणेश की तस्वीर या मूर्ति के सामने व्रत संकल्प करना चाहिए. हाथ में जल और अक्षत लेकर भगवान गणेश का स्मरण करने के साथ संकल्प लें.
2.इसके बाद व्रत शुरू होता है और 8 मई की शाम 7 बजे से लेकर 10 बजे के बीच में आप शुभ मुहूर्त के दौरान पूजा करें. इस पूजा में भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करें.
3.इसके बाद भगवान गणेश की मूर्ति पर धूब, फूल, मिठाई, धूप-दीप अर्पित करें. इसके साथ ही काले तिल और गुड़ से बने लड्डू, सिंदूर, सुपाड़ी और सामर्थ्य अनुसार रुपया उन्हें अर्पितकरें.
4.गणेश पूजा के दौरान घी का दीपक जलाएं. इसके बाद एकदंत संकष्टी चतुर्थी की कथा पढ़ें, भगवान गणेश की चालीसा करें और बाद में आरती करें.
5.आरती के बाद प्रसाद वितरण करें और पारण अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त में करें. इतना करने पर भगवान गणेश की कृपा आपके ऊपर बरसेगी और उनका आशीर्वाद बना रहेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. दैनिक भास्कर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)