मायानगरी में चुनावी घंटियां : पूर्वांचल के प्रत्याशी अब मुंबई में कर रहे चुनाव प्रचार, आखिर क्या है कनेक्शन

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव का सियासी रण वैसे तो उत्तर प्रदेश हैं, लेकिन इन सियासतों की रस्साकशी के तार मुंबई तक जा पहुंचे हैं। यूपी की चुनावी घंटियों पर मायानगरी मुंबई हमेशा से ठुमकती रही है। इस विधानसभा चुनाव के हालात ये हैं कि पूर्वांचल से चुनाव में खड़े प्रत्याशी अब मुंबई में प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन आप सब के मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर मुंबई से चुनाव प्रचार कनेक्शन क्या है… हम आपको बताते हैं। दरअसल, पांचवें, छठवें और सातवें चरण के कई जिलों के बाशिंदे मुंबई में रहते हैं।

आपको बता दें तकरीबन ये हर चुनाव की रवायत सी है कि पूर्वांचल से खड़े होने वाले प्रत्याशी मुंबई में रहने वाले इन लोगों से संपर्क जरूर साधते हैं, क्योंकि वो आज भी यहीं के वोटर माने जाते हैं। अब चुनाव के वक्त वोटर तो देवतुल्य होता है। इसलिए उनके मुंबई से आने के टिकट से लेकर लंच-डिनर की व्यवस्थाएं प्रत्याशी ही करते हैं।

कांग्रेस अरशद खुर्शीद ने इटवा के लोगों से मांगा वोट

बताया जा रहा हैं कि सिद्धार्थनगर की इटवा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अरशद खुर्शीद जो मुंबई में लगभग एक सप्ताह तक चुनाव प्रचार करते रहे। वो कहते हैं कि इस तरह प्रचार का ट्रेंड मैंने ही शुरू किया। क्योंकि जब मैं अपनी विधानसभा के गांवों में जाया करता था, तो गांव के गांव नौजवानों से खाली मिलते थे। वहां सिर्फ काका-काकी, चाचा-चाची रहा करते थे। मैंने जब पूछा तो पता लगा कि सब लोग कमाने मुंबई गए हैं। तब से मैंने अपने चुनाव प्रचार के लिए मुंबई आना शुरू कर दिया। अरशद के अनुसार उनकी विधानसभा में लगभग एक लाख से ज्यादा लोग मुंबई से मतदान करने पहुंचेंगे। उन्होंने इस भरोसे पर अपनी विधानसभा के लोगों के घरों के पास पोस्टर भी चस्पा कराए हैं।

नेताओं ने मुंबई वालों से की वोट देने की अपील

इस फेहरिस्त में डुमरियागंज से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी सैयदा खातून, कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी कांति पांडे, एआईएमआईएम के प्रत्याशी इरफान मलिक, इटवा विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी माता प्रसाद पांडे के नाम शामिल है। सभी लोग मुंबई पहुंचकर अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों के लोगों सें संपर्क करके उन्हें ही वोट देने की अपील कर रहे हैं।

वैसे तो मुंबई में पूरे उत्तर प्रदेश के लोग हैं, लेकिन गोंडा, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर, श्रावस्ती, बलरामपुर, जौनपुर और आजमगढ़ की आर्थिकी में मुंबई का बहुत बड़ा हिस्सा है। मुंबई में यह लोग ऑटो, टेक्सी, रियल स्टेट, लूम कारोबार, स्क्रैप, स्टील, चप्पल, प्लास्टिक आदि के बड़े कारोबार में शामिल हैं।

यूपी के लोग राजनीतिक तौर पर बेहद सजग

सरकारी आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के केवल पूर्वांचल के 40 लाख लोग मुंबई में रहते हैं। मुंबई में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी बताते हैं कि उत्तर प्रदेश के लोग राजनीतिक तौर पर बहुत सजग हैं। विधानसभा चुनाव में करीब 10% लोग, जबकि प्रधान के चुनाव में यहां से 25% लोग अपने मूल जिलों की तरफ लौटते हैं।

यूपी की बड़ी आबादी मुंबई में बसती

पूर्वांचल की सियासत और यहां के मुंबई कनेक्शन पर लेखक डॉ.अलीमुल्लाह ख़ान बताते हैं कि इन इलाकों की आर्थिक स्थिति का गहरा ताल्लुक मुंबई से है। हर गांव के तीसरे घर का आदमी मुंबई में कमाने के लिए गया हुआ है। इसलिए यहां की एक बड़ी आबादी मुंबई में रहती है जो यहां की वोटर भी है। चुनावों, राजनीति, शिक्षा, आर्थिकी समेत तमाम सामाजिक सरोकारों में मुंबई के इन मतदाताओं की आर्थिक भागीदारी रहती है।

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