चुनाव आयोग ने सोमवार को 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं। चुनाव 7 नवंबर से शुरू होंगे और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।
इन विधानसभा चुनावों को अगले साल होने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी पार्टियों के INDIA गठबंधन के बीच का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
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किस-किस राज्य में कब होंगे चुनाव?
चुनाव आयोग के मुताबिक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम में एक चरण में चुनाव होगा, जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरण में चुनाव होंगे।
सबसे पहले 7 नवंबर में मिजोरम विधानसभा चुनाव होगा और इसी दिन छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव होगा। इसके बाद 17 नवंबर को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का चुनाव होगा।
राजस्थान में 23 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को चुनाव होंगे, जबकि सभी राज्यों के चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।
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मुख्य चुनाव आयुक्त बोले- 5 राज्यों में कुल 679 विधानसभा सीटें
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इन 5 राज्यों में कुल 679 विधानसभा सीटें हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय मिजोरम में 8.52 लाख, छत्तीसगढ़ में 2.03 करोड़, मध्य प्रदेश में 5.6 करोड़, राजस्थान में 5.2 करोड़ और तेलंगाना में 3.17 करोड़ मतदाता हैं।
उन्होंने कहा कि इन सभी 5 राज्यों में कुल मिलाकर 16.14 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। इनमें से 8.2 करोड़ पुरुष और 7.8 करोड़ महिला मतदाता हैं।
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किस राज्य में किसकी सरकार?
वर्तमान में राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में है, जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। तेलंगाना में चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (BRS) सत्ता में है और भाजपा की सहयोगी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) की गठबंधन सरकार है।
चुनाव आयोग ने जिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा की है। उनमें से छत्तीसगढ़ में 90, मध्य प्रदेश में 230, राजस्थान में 200, तेलंगाना में 119 और मिजोरम में कुल 40 विधानसभा सीटें हैं।
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पिछले चुनाव में क्या रहे थे नतीजे?
2018 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा ने 73 और कांग्रेस ने 100 सीटें जीती थीं, जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 68 और भाजपा को 15 सीटें ही मिली थीं।
तेलंगाना में BRS ने 99 सीटें, जबकि मिजोरम में MNF ने 27 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी।
इसके अलावा मध्य प्रदेश में कांग्रेस में 114 सीटें और भाजपा को 109 सीटें मिली थीं, लेकिन बाद में यहां बगावत के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी।