लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में छुट्टी के दिन आकस्मिक सेवाएं व सुविधाएं बेहाल

अस्पताल की साफ सफाई और मरीजों की जांच पर उठे सवाल

सूचना पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने लगाई फटकार,तत्काल बहाल हुईं सेवाएं

राजधानी की कानपुर रोड स्थित लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में छुट्टी के दिनों में आपातकालीन सेवाओं से लेकर परिसर की साफसफाई तक प्रभावित रहने की शिकायतें लगातार प्रकाश में आने के बावजूद अस्पताल प्रसाशन समस्याओं को दूर करने में असफल साबित होता दिखाई दे रहा है।छुट्टी के दिनों में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों और उनके तिमारदारों को नाना प्रकार की मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।


पीड़ितों की माने तो छुट्टी के दिनों में जब अधिकारी अनुपस्थित होते हैं तो कड़ाके की ढंड में आने वाले मरीजों को गरम कंबल के लिये घंटों इंतजार करना पड़ता है साथ ही इमरजेंसी से जांच के लिये भेजे गये मरीजों को भी घंटों इंतज़ार करवाया जा रहा है।आरोप है कि छुट्टी के दिनों में खून व अन्य जांचों पर लगाए गये कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को भूल ड्यूटी के समय अपना समय कहीं और दे रहे हैं जिस कारण जांच कराने आये मरीज विभाग में बैठ कर घंटों तक इंतजार कर रहे हैं।परिसर के भीतर वार्डो के शौचालयों की साफसफाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।अस्पताल कर्मियों की मरीजों और तिमारदारों के साथ व्यवहारिकता भी सवालों के घेरे में है।


रविवार को दो महिला मरीजों को लेकर पहुंचे तिमारदारों ने भी खासी फजीहत झेली।अस्पताल स्टाफ का गैरजिम्मेदाराना व बेरुखा रवैया घंटों तक झेलने के बाद सुनवाई न होता देख तिमारदारों ने भारतीय पत्रकार एवं मानवाधिकार परिषद से संपर्क किया और मदद मांगी।भारतीय पत्रकार एवं मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र बहादुर सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को फोन द्वारा मामले से अवगत कराया।मामले का संज्ञान लेकर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा० राजीव दीक्षित संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र बहादुर सिंह के साथ लोकबंधु अस्पताल पहुंचे और अनियमितताओं के लिये जिम्मेदार कर्मचारियों को फटकार लगाई।अधिकारी की डांट सुनने के बाद अस्पताल परिसर की साफसफाई के साथ सारी सेवाएं सुचारू रूप से संचालित हो सकीं।

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