
वेतन न मिलने से भूखमरी की कगार पर कर्मचारी, डीएम से गुहार
भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस उप्र के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावरिया़ं के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी दीपक मीणा से मिला। सुभाष चावरिया़ं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए अवगत कराया, जनपद की नगर पंचायत हस्तिनापुर, फलावदा, बहसूमा, लावड़, दौराला, हर्रा, सिवालखास तथा खरखोदा में पिछले कई माह से अधिशासी अधिकारी तैनात नहीं है, जिस कारण सफाई कर्मचारियों को लगभग 3 माह से वेतन नहीं मिल रहा है।
कर्मचारियों ने बताया, वेतन न मिलने के कारण सफाई कर्मचारी व उनका परिवार भूखमरी जैसे हालातों में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। यही नहीं, वेतन न मिलने के कारण सफाई कर्मचारियों के बच्चों की स्कूल फीस तक जमा नहीं हो पा रही है। जिस कारण स्कूलों के द्वारा बच्चों को स्कूल से निकालने तथा हाई स्कूल व इंटरमीडिएट में पढ़ रहे बच्चों को बोर्ड परीक्षा से वंचित रखे जाने तक की बात स्कूलों द्वारा की जा रही है। वेतन न मिलने के कारण सफाई कर्मचारी व उनका परिवार आर्थिक स्थिति व मानसिक परेशानियों से गुजर रहा है। संगठन ने जिलाधिकारी से मांग की कि शीघ्र ही इन नगर पंचायतों में अधिशासी अधिकारियों की तैनाती की जाए, ताकि सफाई कर्मचारियों को वेतन मिल सके।
जिलाधिकारी ने तत्काल प्रमुख सचिव स्थानीय निकाय लखनऊ से फोन पर वार्ता की। इसके बाद रिक्त मेरठ की स्थानीय निकायों में एक सप्ताह के अन्दर अधिशासी अधिकारी नियुक्त कर सफाई कर्मचारियों को वेतन दिलाने का प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावरिया़ं को आश्वासन दिया। इस मौके पर जिला महामंत्री अजय महेंद्र, एहशान सैफी, विकास प्रधान, राजेश कुमार, सुनील पिवाल, अशोक कुमार, हाजी यामीन, विनित सूद आदि रहें।