पहला-हम खेल में ऑस्ट्रेलिया का बहुत सम्मान करते हैं। खेल पर फिल्म भी बनाते हैं तो अक्सर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की टीम को ही हराते हैं। यानी ऑस्ट्रेलिया हमारे लिए बेंचमार्क है। उसको सामने रखकर हम खेल में अपनी सफलता को नापते हैं। दूसरा- हम ऑस्ट्रेलिया से आने वाले हर खिलाड़ी और टीम को कंगारू कहते हैं। कारण यह है कि क्रिकेट में कंगारू कहते हैं तो हमने सभी खेलों में यही फिट कर दिया।
हमारे लिए वहां की क्रिकेट टीम कंगारू, हॉकी टीम कंगारू, रग्बी टीम कंगारू। सब कंगारू। यह सही है कि कंगारू सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की हर टीम को कंगारू ही कहें ऐसा नहीं है। तो चलिए जान लेते हैं कि किस खेल में वहां की किस टीम को क्या कहते हैं
वर्ल्ड कप की दौड़ में विराट सबसे आगे:56% रन दौड़कर बनाए, पिच पर 7 किलोमीटर से ज्यादा स्प्रिंट लगा चुके
विराट कोहली ने मौजूदा वर्ल्ड कप में 10 मैचों में 711 रन बना दिए हैं। सबसे ज्यादा। यह पहला मौका है जब किसी बल्लेबाज ने इस टूर्नामेंट में 700 रनों का नंबर पार किया है। यह स्टैट साबित करता है कि विराट मॉडर्न क्रिकेट की सबसे शानदार रन मशीन हैं। तभी तो सबसे आगे हैं।
31 साल से चोकर्स साबित हो रहा साउथ अफ्रीका:वनडे और टी-20 के 16 वर्ल्ड कप में 13 सेमीफाइनल खेले, 100% हार
चोकर्स खेल की दुनिया में इस्तेमाल हो रहे सबसे नकारात्मक शब्दों में से एक है। इसे उन टीमों के ऊपर चस्पा किया जाता है जो बड़े मुकाबलों का दबाव नहीं झेल पाती। टैलेंट, रिसोर्सेज, प्लानिंग सबकुछ सही होने के बावजूद एक खास लेवल पर आकर टूट जाती है।