फरा एक ऐसा व्यंजन है जो आमतौर पर सर्दियों के मौसम बनाया जाता है. खास बात यह है कि करवाचौथ के दिन यह विशेष रूप से बनाया जाता है. यह मूल रूप से चावल के आटे से बनाया जाता है। और एक बात खास है कि अगर इसको नए चावल के आंटे से बनाएं तो बहुत अच्छा बनता है. एक मजेदार बात यह है कि स्टफ्ड दाल के इस नाश्ते को कई नामों से जाना जाता है। कहीं इसे पीठा कहते हैं, तो कहीं फरा, गोझा या भकोसा भी कहते हैं।अगर यह डिश आपके टेस्ट को सूट करती है, इससे अच्छी कोई बात नहीं हो सकती है। यह ऐसा नाश्ता है कि इससे आपको मजा भी आएगा और पेट भी भर जाएगा। तो आइए जानते हैं फरा की रेसिपी
सामग्री
125 ग्राम भीगी हुई चना दाल
50 ग्राम भीगी हुई उड़द दाल
1.5 बड़ी कटोरी चावल का आटा
8 कली लहसुन
3-4 या स्वादानुसार हरी मिर्च
1 इंच अदरक का टुकड़ा
1 चुटकी हींग
नमक स्वादानुसार
1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
1/2 चम्मच जीरा पाउडर
1/2 चम्मच काली मिर्च पाउडर
आटा गूंदनें के लिए पानी
विधि : सबसे पहले एक गहरे बर्तन में चावल का आटा लें और रोटी के लिए गूंदे जाने वाले आटा की तरह गूंद लें। इस आटा को अलग रख दें और आटा का फरा या पीठा बनाने के लिए स्टफिंग तैयार करें। अब स्टफिंग तैयार करने के लिए भीगी हुई चना दाल, उड़द दाल साफ पानी से धोकर मिक्सर में अदरक, लहसुन और हरी मिर्च, नमक और हींग डालकर दरदरा पीस लें। इस पेस्ट को प्लेट में निकाल लें और इसमें हल्दी पाउडर, जीरा और काली मिर्च डालकर अच्छी तरह मिलाएं। अब एक गहरे बर्तन या बड़ी कढ़ाई लें और उसमें पानी भरें।
पानी की मात्रा इतनी हो कि उबालते समय पिठा पूरी तरह से पानी में डूबा रहे। पानी को उबलने के लिए गैस पर रख दें। इसमें आधा चम्मच नमक और दो चम्मच सरसों का तेल डाल दें, ताकी फरा बर्तनी की तली में और एक-दूसरे से चिपकेे नहीं। अब गूंदे हुए आटे की छोटी-छोटी लोई बना लें।इन्हें चपाती की तरह बेल लें। फिर इसके बीच में तैयार स्टफिंग रखें और दोनों किनारों को एक साथ लाकर एक साथ चिपका लें। सभी आटे का पिठा इसी तरह तैयार कर लें। सभी फरा के पीस एक-एक कर उबलते हुए पानी में डालें और कढ़ाई को ढक्कन के साथ ढक दें।
फिर आंच को मध्यम स्तर तक कम करें और 12 से 15 मिनट के लिए पानी में फरा को पकने दें। एक या दो बार बीच में ढक्कन को हटा कर कढ़ाई में कल्छी से पीठा को चलाएं जिस्से की पीठा एक दूसरे के साथ न चिपकें। लगभग 12 मिनट के बाद एक पिठा को पानी से एक प्लेट में निकालें और चाकू से काटकर देखें। अगर चाकू साफ बाहर आए, तो इसका मतलब है कि पीठा अच्छे से पक चुका है और आप गैस बंद कर सकते हैं।
अगर चाकू साफ बाहर नहीं आता है तो पिठा को कुछ और मिनटों के लिए पकने दें। फिर गरम आटा का पिठा को एक बड़ी प्लेट में निकाल लें। सारे पीठा को बीच से काटकर 2 हिस्सों में कर दें। गर्म पिठा को हरी चटनी के साथ परोसें। आप चाहें तो इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर राई, करी पत्ता और साबुत लाल मिर्च में फ्राई कर ऊपर से चाट मसाला छिड़क कर भी परोस सकते हैं। फरा पानी में उबालने के स्थान पर स्टीम पर भी बनाया जा सकता है।