लेखपालों की अवैध वसूली और खाद की समस्या पर फूटा किसानों का गुस्सा

भारतीय किसान यूनियन ने समस्या निराकरण को सौंपा ज्ञापन

बैठक कर किसानों ने आगामी आंदोलन की तय की रणनीति

भास्कर न्यूज

बांदा। भारतीय किसान यूनियन (अरा) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी को संबोधित छह सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी (एसडीएम) को सौंपा कर निराकरण की मांग की। ज्ञापन में किसानों की कई प्रमुख समस्याओं का जिक्र किया गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि पूर्व में भी किसानों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन आज तक उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।

पैलानी तहसील अध्यक्ष मनोज द्विवेदी की अगुवाई में शनिवार को किसानों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। बाद में डीएम अनुराग पटेल को संबोधित छह सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। इसमें कहा है कि लेखपाल किसानों से आय प्रमाण पत्र समेत अन्य कागजात बनवाने के नाम पर वसूली की जा रही है। पदारथपुर गांव में तैनात लेखपाल हरेक किसानों से 100 से लेकर 500 रुपये तक की वसूली कर रहा है। जसपुरा ब्लाक क्षेत्र के रामपुर गांव में लेखपालों ने घरौती प्रमाण पत्र का निस्तारण नहीं किया। गांवों के किसानों के बगैर खातेदारों को सोसाइटी द्वारा नगद बिक्री पर खाद नहीं मिल पा रही है। केवल खातेदारों को ही खाद उपलब्ध कराई जा रही है। नगद खाद बिक्री की मांग की। ज्ञापन के बाद किसानों ने बैठक करते हुए समस्याओं का निराकरण न होने पर आंदोलन की रणनीति तय की। पूर्व में भी किसानों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन आज तक उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। चेतावनी दी कि समस्याओं का निराकरण न हुआ तो यूनियन जोरदार आंदोलन करेगी। ज्ञापन देने वालों में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र अध्यक्ष बैजनाथ अ्वस्थी, लक्ष्मीकांत मिश्रा, अमरनाथ अवस्थी, बिंदा सिंह परिहार, सुरेंद्र कुमार, धर्मराज सिंह, धीरेंद्र कुमार, कामता प्रसाद समेत तमाम किसान शामिल रहे।

अतर्रा में किसानों ने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

अतर्रा तहसील में भाकियू नेताओं ने बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय की और प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार तिमिराज सिंह को ज्ञापन सौंपा। भाकियू के जिलाध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए किसानों ने विद्युत कटौती व अन्ना जानवरों की समस्या समेत किसान हित के विभिन्न मुद्दे उठाए। एसडीएम को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने अन्ना प्रथा से किसानों की फसल की रक्षा करने, डीएपी खाद की किल्लत को खत्म करने, विद्युत बिल का अधिभार कम करने और विद्युत कटौती बंद करने समेत कई मांगों को प्रमुखता से उठाई है। जिलाध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों की उपेक्षा कर रही है, अगर शासन प्रशासन किसानों की समस्याओं को लेकर नहीं चाहता तो सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर तहसील अध्यक्ष जितेंद्र कुमार चौरिहा, राज नारायण, गुड़िया, सीता मिश्रा, रचना देवी, फूलचंद कुशवाहा, जग प्रसाद, शकूर खान आदि मौजूद रहे।