किसानों ने किया दिल्ली कूच का ऐलान, दिल्ली में लागू की गई धारा 144

एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली तक मार्च निकालने का ऐलान कर दिया है और इस आंदोलन को दिल्ली चलो का नाम दिया गया है. किसानों के दो बड़े संगठन, संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मज़दूर मोर्चा ने अपनी मांगों को लेकर 13 फरवरी को ‘दिल्ली कूच’ का नारा दिया है. अब अगर बात करे उन मांगों की जिसके कारण किसानो ने ये मोर्चा खोला हुआ है।

तो किसानों का कहना है कि 2020 में आंदोलन के समय सरकार ने हम से जो वादा किया था उसे वो पूरा करे, एमएसपी की गारंटी दी जाये ,किसानों को पेंशन कि सुविधा और फसल बीमा दी जाये , किसान आंदोलन के समय जिनके ख़िलाफ़ मुकदमे दर्ज किए गए थे उन्हें वापस लेने के लिए भी कहा गया था। साथ ही लखीमपुर-खीरी की घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को नौकरी और घायलों को दस-दस लाख रुपये दिए जाने का वादा भी किया गया था साथ ही किसान स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों को लागू करने की भी मांग कर रहे है जिसमे कहा गया था कि किसानों को उनकी फसल की लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिया जायेगा।

ये किसान अपनी इन्ही मांगों को लेकर अमृतसर दिल्ली-नेशनल हाईवे के जरिये हरियाणा में घुसने की तैयारी में हैं. इसके लिए घर-घर जाकर राशन इकट्ठा किया जा रहा है।और ट्रैक्टर ट्रॉलियां तैयार की जा रही हैं.जिसके चकते अंबाला में शभुं बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा की गई है।बॉर्डर को पूरी तरह से सील किया गया है. दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर धारा 144 लागू कर दी है. इसके साथ ही उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भी धारा 144 लागू की गई है साथ ही आज शाम को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल किसान नेताओं के साथ मीटिंग भी करेंगे. अब देखना ये होगा कि क्या किसानों की मांगे पूरी होंगी या फिर से एक बार 2020 जैसा इतिहास दोहराया जायेगा।

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