शहजाद अंसारी
बिजनौर। किसानों की लड़ाई लडने के लिये कलक्ट्रेट पहुंचे भाकियू कार्यकर्ता बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में प्रदर्शन करते हुए पहुंचे। बारिश से बचने के लिये बरामदे में जाने का प्रयास करने पर सीओ नजीबाबाद ने किसानों से धक्का मुक्की की। जिससे नाराज भाकियू ने सीओ को हटाने की मांग की। वहीं डीएम को कलक्ट्रेट में न घुसने देने का ऐलान करते हुए डेरा डालकर बैठ गये।
गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर किसानों व जिला प्रशासन के बीच पिछले काफी समय से चली आ रही खींचातानी को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने कलक्ट्रेट के घेराव का ऐलान कर रखा था। पूर्व निर्धरित कार्यक्रम के अनुसार भाकियू के नेतृत्व में गुरूवार को किसान एकत्रित होना शुरू हो गये। हालांकि सुबह से ही रुक रुककर बारिश हो रही थी इसके बावजूद किसानों का हौंसला नहीं टूटा।
बड़ी संख्या में एकत्र हुए किसान बारिश में ही प्रदर्शन करते हुए कलक्ट्रेट पहुंच गये। कलक्ट्रेट पहुंचने के बाद बारिश से बचने के लिये किसानों ने कलक्ट्रेट भवन के बरामदे में जाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस बल के साथ मौजूद नजीबाबाद सीओ अरुण कुमार ने किसानों को रोकते हुए ध्क्का मुक्की की। जिससे किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। किसानों ने सीओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यवाही की मांग पर अड़ गये। इसके साथ ही भाकियू नेताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से डीएम को चेतावनी देते हुए कहा कि वह कलक्ट्रेट में घुसकर दिखायें। भाकियू ने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कलक्ट्रेट में ही डेरा डालकर बैठ गये। कलक्ट्रेट में किसानों का कब्जा था और पुलिस बल भी बड़ी संख्या में तैनात था।
प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष दिगम्बर सिंह, जिला मीडिया प्रभारी संदीप त्यागी, अतुल कुमार, देवदत्त शर्मा, दीपक तोमर, मुकेश, प्रमोद कुमार, र्ध्मेन्द्र राठी, संदीप त्यागी, दिनेश कुमार, वीरेन्द्र, सन्नी, कपिल आदि मौजूद रहे। उधर भाकियू के युवा नेता गौरव टिकैत भी किसानों के बीच बिजनौर पहुंच गये और उन्होंने किसानों की लड़ाई को हर स्तर पर लडने की बात कही। उन्होंने शासन प्रशासन को चेतावनी दी कि किसी भी कीमत पर किसानों का उत्पीडन बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।