दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । असोथर थाना क्षेत्र के रामनगर कौहन के खदान संचालक ने दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। संचालक का आरोप है कि उक्त दोनों लोग फर्जी वीडियो वायरल कर खदान को बंद कराने की धमकी देते है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। बता दें कि असोथर थाना क्षेत्र के रामनगर कौहन में इंदौर प्रापर्टी का 2022 से 26 तक मोरंग की खदान का पट्टा है। खदान के संचालक संदीप मिश्रा पुत्र श्यामबिहारी मिश्रा निवासी गौतम नगर ने असोथर थाने में तहरीर देकर बताया कि वह इंदौर प्रापर्टी को आवंटित खदान में पार्टनर है। बताया कि रायपुर भरसौल निवासी दुर्गेश अवस्थी पुत्र रजान अवस्थी व गुरवल निवासी सौरभ यादव पुत्र मदन यादव लगातार सोशल मीडिया में खदान का नाम लिखकर झूठे वीडीयो प्रसारित कर अनुचित लाभ के लिए दबाव बना रहे थे।
वीडियो वायरल कर देते थे खदान बन्द कराने की धमकी
दिनांक 10 जून को एक वीडियो रामनगर कौहन का बताकर इन लोगों ने प्रसारित किया जिसको टीम ने जांच के दौरान गाजीपुर का होना पाया। फिर उपरोक्त दोनों 14 जून को पत्रकार बताते हुए खदान में घुस आये और दो ट्रक मोरंग लोड करा ले गए जिसका रॉयल्टी का रुपया 14600 नहीं दिया। रुपया मांगने पर कर्मचारियों को धमकाया कि वीडियो वायरल कर तुम्हारी खदान बंद करा देंगे। संचालक ने एफआईआर में दर्शाया कि 21 जून को उक्त दुर्गेश व सौरभ ने पुनः एक वीडियो वायरल किया जिसमें लिखा कि समाजसेवी दुर्गेश अवस्थी ने रामनगर कौहन खदान में जान जोखिम में डालकर अवैध खनन का निरीक्षण किया मगर मजे की बात है कि यह अधिकारियों को नहीं दिखता।
यह चांदी की चमक का असर है। इस मैसेज का संज्ञान लेकर खनिज अधिकारी व राजस्व टीम ने मौके की जांच की और कहा कि अवैध खनन नहीं मिला ये वायरल मैसेज असत्य है। खदान संचालक ने एफआईआर में बताया कि उक्त दोनो लोग नकदी और मोरंग की मांग व्हाट्सएप पर कर रहे हैं और धमकी दे रहे हैं। संचालक की तहरीर पर असोथर पुलिस ने 386, 504, 506, 66 आईटीएक्ट की धाराओ में एफआईआर पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
सड़कों पर दौड़ी खनिज टीम, वसूला दस लाख
गुरुवार सुबह से ही खनिज अधिकारी राज रंजन के नेतृत्व में टीम सड़कों पर निकली। टीम ने राधानगर, शाह, दतौली, ललौली क्षेत्र से ओवरलोड मोरंग व गिट्टी के ट्रकों को रोककर जुर्माना वसूला। इस दौरान सत्रह ट्रक ओवरलोड पाए गए जिन पर खनिज टीम ने कार्रवाई की। इस दौरान लगभग दस लाख का खनिज राजस्व वसूला गया।