दैनिक भास्कर ब्यूरो
बहुआ, फतेहपुर । सूबे में सरकार चाहे जिसकी रही हो, परंतु फतेहपुर मोरंग खनन के मामले में सदा से बदनाम रहा है। अवैध खनन की शिकायतों पर निरीक्षण के दौरान खंड संचालकों पर जुर्माने से लेकर मुकदमे तक दर्ज हुए हैं। कोर्रा खदान में अभी पखवारे भर के अंदर खनिज विभाग ने निरीक्षण कर दो बार अवैध खनन को पकड़ा है। जिस पर विभाग ने 13 लाख 40 हजार व 5 लाख का जुर्माना किया है।
इन सब के बावजूद कम समय मे ज्यादा रुपये कमाने के लालच में पट्टेधारक नियम ताक पर रख कार्रवाई को धता बताकर खनन पर दोगुना तेजी से डट गया है। बता दें कि जनपद में खनन विभाग द्वारा ओती, कोर्रा, उरौली, देवनार, गाजीपुर सहित 6 खदानों को मोरंग के खनन के लिए अधिकृत किया गया है। वर्तमान में ललौली खनन क्षेत्र की ओती, उरौली, कोर्रा तीन खदाने चालू हैं। खदान के संचालक “लो लाश हाई प्रॉफिट” के सूत्र पर काम कर रहे हैं। इसके लिए उनको चाहे जितने नियम तोड़ने पडे वह कम है।
कृषि कार्य के लिए बने ट्रैक्टर ढो रहे मोरंग
कृषि कार्य के लिए बने ट्रैक्टरों में खुलेआम ओवरलोड़ मोरंग का परिवहन किया जा रहा है। दिन भर ट्रैक्टर सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं लेकिन एआरटीओ और अफसरों को ये नहीं नजर आता। ट्रैक्टर तीन सौ, चार सौ फीट मोरंग लादकर सैकड़ों की संख्या में जिले में दौड़ रहे हैं इनसे कई दुर्घटनाएं भी हो रही हैं मगर खदान में इनमें ओवरलोड़ मोरंग अवैध कमाई के लिए पट्टेधारकों द्वारा लादी जाती है जिससे एक तरफ सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान होता है दूसरी तरफ नियम विरुद्ध तरीके से ट्रैक्टरों का संचालन मोरंग के परिवहन में किया जा रहा है। इन वाहनों में खदानों से रॉयल्टी की चोरी कर मोरंग बेची जाती है।
नियम तोड़ना खण्ड संचालक की बना मजबूरी
खनन से जुड़े जानकारों की माने तो नियम तोड़ना कोर्रा खदान संचालक व शिक्षक सुधीर त्रिपाठी की मजबूरी जैसे बना हुआ है! इलाकाई खनन से जुड़े लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि खदान संचालक को लगभग 40 हेक्टेयर भूमि का खनन पट्टा हुआ है। जबकि वर्तमान समय में एक चौथाई से कम भूभाग पर खनन किया जा सकता है। शेष भाग जलमग्न है। धंधा है साहब सब करना पड़ता है। अब संचालक अवैध खनन नहीं करेगा तो कमाएगा क्या! इसी के चलते पखवारे भर के अंदर हुए, खनिज विभाग के निरीक्षण में, खंड संचालक पर खनन नियमावली की अवहेलना करने पर दो बार जुर्माना लगाया जा चुका है। बावजूद अब तक पट्टेधारक का नाही पट्टा निरस्त करने की कार्रवाई के लिए अफसरों ने कार्रवाई शुरू की है और ना ही बार बार जलधारा बाधित करने व जलधारा से अवैध खनन करने पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
दस ओवरलोड वाहनों पर खनिज टीम ने की कार्रवाई
शुक्रवार की देर रात खनिज अधिकारी राजेश कुमार व उनकी टीम ने ललौली खनन क्षेत्र में सड़कों का निरीक्षण किया। टीम के निरीक्षण की भनक लगते ही वाहन स्वामी, वाहन चालक सहित ओवरलोड निकालने वाले पासर के बीच तनाव की स्थिति बनी रही। इस बीच कई पासिंग में लगी गाड़ियां व लोग टीम द्वारा चिन्हित किए गए। हालांकि खनिज अधिकारी की टीम ने पुलिस के सहयोग से 2 टैक्टर, 8 ट्रक सहित कुल 10 वाहनों पर कार्रवाई करते हुए शमन शुल्क वसूला।
खनिज अधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि शुक्रवार के दिन कुल 10 वाहनों पर ओवरलोड की कार्यवाही हुई है। इसी दौरान लोकेशन से जुड़े लोगों को भी चिन्हित किया गया है। जिन पर उच्चाधिकारियों से निर्देश लेकर आगे की कार्यवाही की जाएगी।