फतेहपुर : फर्जी कागजातों से हजारों कुंतल खरीद की शुरू जांच

दैनिक भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । थरियांव हॉट शाखा धान खरीद केंद्र में प्रभारी द्वारा हजारों कुंतल फर्जी कागजात में खरीद चढ़ाकर सरकारी धन के दुरुपयोग के मामले में सदर एसडीएम नंदप्रकाश मौर्य ने जांच शुरू कर दी है।दरअसल थरियांव हॉट शाखा केंद्र प्रभारी अरूणा सिंह पर शुरुआत से ही किसानों ने हंगामा कर ज्यादती का आरोप लगाया था जिसमें किसानों का कहना रहा कि केंद्र प्रभारी मनमानी ढंग से बिचौलियों से खरीद कर खेल कर रही हैं जिसमें डिप्टी आरएमओ संजय श्रीवास्तव ने जांच की थी।

अधिकारी की जांच पड़ताल के दौरान सैकड़ों किसानों ने प्रभारी पर आरोप लगाया लेकिन कार्रवाई के नाम पर महज खानापूरी की गई है जिससे किसानों में बेहद रोष व्याप्त है। किसान वेदप्रकाश, ओमकरन आदि ने बताया कि मामले की शिकायत कैबिनेट मंत्री राकेश सचान से की गई है और शासन को लिखित शिकायत भेजी जा चुकी है जिसमें केंद्र में हुई फर्जी खरीद की जांच करवाकर कार्रवाई की मांग की गई है।

किसानों का आरोप, डिप्टी आरएमओ केंद्र प्रभारी को बचाने में लगे

दरअसल केंद्र में ऐसे नाम प्रकाश में आए हैं जो भूमिहीन हैं और उनके नाम फर्जी कागजात से सत्यापन कर खरीद की गई है। जिनमें कई नाम प्रकाश में आये हैं जिनकी जांच की जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है ! बताते हैं कि आकाश कुमार किसान आईडी संख्या 1720210910, अमित कुमार 1720017202, गीता देवी 1720027757, हृदयराम 1720210719, जंगबहादुर 1720007932, कमल सिंह 1720018281,

माया देवी 1720016095, मोहित कुमार 1720210907, मूलचंद्र 1720019345, निशा देवी 1720005970, नितुल कुमार 1720211327, फूल कुमारी 1720011169, राकेश चंद्र 1720004452, रामलखन 1720022300, रामसिंह 1720027854, रामआसरे 1720018430, रामबाबू 1720008144, रामबरन 1720210722, रामप्रसाद 1720028813, राना सिंह 1720210913, रवि कुमार 1720212912, संजीव कुमार 1720212202, शिवदास 1720210735, सुखराज 1720210732, विनोद कुमार 1720210711 आदि ऐसे कई नाम हैं जो थरियांव के आसपास के रहने वाले हैं।

मगर उनका चकबंदी गांव ललौली का कागज बनाकर लगभग चार हजार कुंतल खरीद प्रभारी द्वारा चढ़ा दी गई है जिनके बिल थरियांव में बनाए गए हैं ! हालांकि डिप्टी आरएमओ संजय श्रीवास्तव केंद्र में हुए बड़े खेल को नजर अंदाज कर रहे हैं। उनका कहना रहा कि यह राजस्व का मामला है लेकिन कई किसानों ने बताया कि केंद्र प्रभारी कागजात पूरे नही होने पर धान की तौल कराने से मना कर देती हैं। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में प्रसारित हुआ था।

सवाल इस बात का भी है कि यदि प्रभारी की जिम्मेदारी नहीं है तो फिर किसानों को कागजात ने नाम पर परेशान क्यों किया गया और डिप्टी आरएमओ ने किसानों की शिकायत पर प्रभारी पर कार्रवाई क्यों नहीं की। हालांकि पूरे मामले में सदर एसडीएम नंदप्रकाश मौर्य का कहना रहा कि जांच की जा रही है। फर्जी कागजात पर खरीद की बात सही पाए जाने पर प्रभारी पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी।

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