फतेहपुर : हैंडपम्प मरम्मत और रिबोर कार्य के नाम पर लाखों का घोटाला

दैनिक भास्कर ब्यूरो

अमौली/फतेहपुर । योगी सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन के लिए प्रतिबद्ध है। वहीँ दूसरी तरफ ग्राम पंचायत स्तर पर प्रधान व सचिव मिलकर भ्रष्टाचार की नदी पर गोते लगा रहे है। भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला अमौली ग्राम पंचायत का प्रकाश में आया है जहाँ ग्राम प्रधान व सचिव की जोड़ी ने अलग अलग वर्षो में हैंडपम्प मरम्मतीकरण कार्य व रिबोर के नाम पर लाखो का भुगतान करा लिया है जबकि धरातल पर कार्य शून्य पड़ा हुआ है। लाखो रूपये निकलने के बावजूद ग्राम पंचायत में कई ऐसे हैंडपम्प है जो कई वर्षो से मरम्मती कार्य व रिबोर के लिए पड़े हुए है।

बता दे की अमौली ब्लॉक मुख्यालय की 8 से 9 हजार से अधिक आबादी वाली ग्राम सभा में साफ सफाई व्यवस्था व विकास कार्य के लिए बड़ा बजट शासन से आवंटित होता है। इसी का फायदा उठाते हुए ग्राम प्रधान व सचिव की मिली भगत से विकास के नाम पर बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है। ये हम नही बल्कि शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत किए आंकड़े बता रहे है।यहाँ सरकारी हैंडपम्पो के मरम्मत व रिबोर कराने के नाम पर प्रति वर्ष भारी भ्रष्टाचार हुआ है। जबकि कार्य के नाम पर इंडिया मार्का हैंडपम्पो की छिटपुट कमियां या फिर ठीक हैंडपम्पो को ही बोरिंग दर्शाकर धन राशि डकार ली गई है।

शिकायतकर्ता ने शिकायती पत्र के माध्यम से बताया है कि 2021-22 में हैंडपम्प मरम्मत कराने के नाम पर प्रधान व सचिव द्वारा 412327 रूपये जिसका ऐक्टिविटी कोड न051114767 था तथा 2022-23 में पुनः रिबोर के नाम पर एक्टिविटी कोड न060290102 के द्वारा 97628 रूपये निकाल लिए गये। जबकि जमीनी स्तर पर 2 से 3 हैंडपम्प रिबोर कराये गए है। ऐसे में ग्राम स्तर पर सचिव व ग्राम प्रधान के द्वारा बड़े सरकारी धन के बंदर बाट का मामला सामने आया है। इस बाबत परियोजना निदेशक एमपी चौबे ने कहा कि मामले की जांच कराकर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें