मुंबई/नई दिल्ली । केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वैश्विक नेताओं से एक जिम्मेदार वित्तीय प्रणाली बनाने लिए सहयोग को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने बैंकों और वित्त संस्थानों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनके ग्राहक अपने उत्तराधिकारी को नामित करें, जिससे बिना दावा की धन राशि को कम करने में मदद मिल सके।
सीतारमण ने यहां ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2023 के चौथे संस्करण के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने ‘जिम्मेदार वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए वैश्विक सहयोग: समावेशी, लचीला और टिकाऊ’ विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि चाहे रणनीतिक मुद्दा हो, अर्थव्यवस्था का मुद्दा हो या कोई और सभी से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत है। वित्त मंत्री ने फिनटेक कंपनियों से साइबर सुरक्षा में निवेश करने का आग्रह किया और कहा कि विश्वास बेहद महत्वपूर्ण है।
वित्त मंत्री ने बैंकों तथा वित्त संस्थानों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनके ग्राहक अपने उत्तराधिकारी को नामित करें, जिससे बिना दावा की धन राशि को कम करने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि देश में डीमैट अकाउंट्स की संख्या वित्त वर्ष 2019-20 में 4.1 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 10 करोड़ हो गई। इसके साथ ही म्यूचुअल फंड और एसआईपी की भी रिकॉर्ड संख्या दर्ज़ की गई है।
दरअसल, एक रिपोर्ट के मुताबिक केवल बैंकिंग प्रणाली में 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक ऐसी राशि है, जिस पर किसी का दावा नहीं है, जबकि ऐसा कुल धन करीब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक बताया गया है।