तेजतर्रार आईपीएस रवि कुमार ने डीसीपी ग्रामीण का संभाला चार्ज

क्राइम, महिला उत्पीड़न भ्र्ष्टाचार रहेगी प्राथमिकता

गाजियाबाद से रहा है पुराना नाता

मुरादाबाद,गाजियाबाद,आगरा,लखनऊ, जालौन में दे चुके है सेवाए

भास्कर समाचार सेवा
गाजियाबाद। कमिश्नरेट गाजियाबाद ग्रामीण जीवन में नवनियुक्त 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी रवि कुमार ने देर शाम चार्ज संभालते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्राइम, भ्रष्टाचार महिला उत्पीड़न और नशे के कारोबार को खत्म करने में उनकी प्राथमिकता में रहेंगी। लापरवाही उन्हें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं है। लापरवाही बरतने वालों पुलिसकर्मियों को हिदायत देते हुए साफ तौर पर कहा कि अपने कार्य को मजबूती के साथ करें और शासन की मंशा के अनुसार कार्य करें। अगर किसी की लापरवाही सामने आई तो उसी सीधा लाइन का रास्ता दिखाया जाएगा। जानकारी के अनुसार बता दे की 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी रवि कुमार मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और गाजियाबाद सहित तमाम जिलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। जहां आईपीएस बनने के बाद उन्होंने अंडर ट्रेनिंग रहते हुए 6 महीने का कार्यकाल मुरादाबाद में बिताया था, तो वही गाजियाबाद के मोदीनगर में एएसपी रहते हुए 9 माह का कार्यकाल पूरा किया था, इसके अलावा करीब 5 माह इंदिरापुरम में एएसपी रहते हुए क्रिमनलो को जेल भेजने का कार्य किया था।दैनिक भास्कर संवाददाता एमजे चौधरी से बातचीत करते हुए बताया कि आगरा में 19 माह रहते हुए क्राइम पर अच्छा कार्य किया। लखनऊ में करीब 7 माह डीसीपी के पद रहे और जालौन में पुलिस अधीक्षक के पद पर 18 महीने रहने के बाद शासन द्वारा गाजियाबाद कमिश्नरेट में डीसीपी ग्रामीण के पद पर नई नियुक्ति दी है। मेरा प्रयास होगा कि जनता और पुलिस के बीच पुलिस मित्रता वाला व्यवहार बना रहे और दोनों में समन्वय बनते हुए असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाने का प्रयास जारी रहे। साथ ही उनकी प्राथमिकताओं में महिला उत्पीड़न, क्राइम के ग्राफ को कम करने व भ्रष्टाचार को खत्म करने एवं नशे खोरो पर लगाम जैसे मुद्दे रहेंगे । क्योंकि शासन की मंशा के अनुसार पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर जनपद को क्राइम मुक्त रखने के उद्देश्य से तमाम तरह के कार्य किए जाएंगे। लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं है। अगर किसी की भी कोई लापरवाही सामने आती है तो उसे सीधा लाइन का रास्ता दिखाने का कार्य किया जाएगा।

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