
छापेमारी मे 50 नाबालिग बच्चों को मुक्त कराकर की कार्यवाही
रूपईडीहा/बहराइच। जिले का अंतिम कस्बा रूपईडीहा मे जिलाधिकारी के निर्देश पर बाल मजदूरी कराने वाले होटलों व दुकानों पर छापेमारी की गयी। गुरूवार को रूपईडीहा कस्बे मे अभियान चलाते हुए बाल मजदूरी कराने वालों के खिलाफ डीएम द्वारा बनायी गयी टीम ने कार्यवाही की। जिससे बाल मजदूरी कराने वालों मे हड़कम्प मच गया। बाल मजदूरी एक बहुत बड़ा कानूनी जुर्म है। इसके बाद भी लोग नाबालिग बच्चो से बाल मजदूरी कराके खुला उल्लघन कर रहे है। बाल मजदूरी पर रोक लगाने के लिए रूपईडीहा मे कई टीमों ने चकिया रोड चैराहा, सेंट्रल बैंक चैराहा, स्टेशन रोड, बस स्टैण्ड, रूपईडीहा गांव वाले रास्ते समेत अन्य कई स्थानों की दुकानों पर छापा मारा। टीम ने नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा श्रम निर्गत शासनादेश जो बाल श्रमिकों का चिन्हाकन, शैक्षिक पुर्नावास एंव परिवारों का आर्थिक पुर्नावास किए जाने के सम्बंध मे एसडीएम नानपारा, क्षेत्राधिकारी नानपारा जंग बहादुर यादव के नेतृत्व मे पांच टीमे बनायी गयी थी। जिसमे मनीष वर्मा नायब तहसीलदार, तेजवंत सिंह खण्ड विकास अधिकारी नवाबगंज, सतीश कुमार वर्मा तहसीलदार मिहीपुरवा मोतीपुर, फूलचंद मौर्या खण्ड विकास अधिकारी बलहा, उमेशचन्द ओझा एसडीओ नवाबगंज की टीम ने रूपईडीहा की दुकानों पर छापेमारी करते हुए लगभग 50 से ऊपर बच्चों को मुक्त कराया। छापेमारी सबसे ज्यादा नायब तहसीलदार मनीष वर्मा की टीम ने लगभग दो दर्जन से अधिक बच्चों को मुक्त कराया और सभी 50 से अधिक बच्चों का मेडिकल जांच करते हुए उनका कोरोना एटीजन टेस्ट भी करवाया गया। जिसमे सभी बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव निकली।