
गोरखपुर। उत्तराखंड हादसे में गोरखपुर के चार लोग लापता हैं। इनमें जगतबेला क्षेत्र के गौराखास निवासी वेदप्रकाश एवं धनुर्धारी तथा बुढियाबारी निवासी नागेंद्र सिंह लापता हैं। तीनों नेशनल थर्मो पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) के पनबिजली परियोजना में आउटसोर्सिंग पर बेल्डर का काम कर रहे थे। इसके अलावा सहजनवां के केशोकुरहा निवासी 40 वर्षीय शेषनाथ उपाध्याय भी लापता हो गए हैं। एसीई कॉन्ट्रेक्शन कंपनी में टेक्निकल इंजीनियर पद पर तैनात शेषनाथ परिवार के साथ फरीदाबाद में रहते हैं। बुधवार को ऋषि गंगा प्रोजेक्ट में काम करने के लिए गए थे लेकिन त्रासदी के बाद लापता हैं। सभी के स्वजन जिलाधिकारी से मिले हैं। जिलाधिकारी ने उनके बारे में पता करने का आश्वासन दिया है। जबकि दो लोगों ने आपदा पोर्टल पर सूचना दी है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में सुबह 10 बजे ग्लेशियर फटने से हुए हादसे में कई लोग लापता हो गए हैं। गोरखपुर के तीन व्यक्ति ओम मेटल कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे। इनके बारे में कंपनी की ओर से जानकारी दी गयी है कि तीनों लोग लापता हैं।
लापता 36 वर्षीय धनुर्धारी के बड़े भाई चक्रधारी ने बताया कि शनिवार की रात में आखिरी बार बात हुई थी। कल घटना के बाद संपर्क करने की कोशिश की तो संपर्क नहीं हो सका। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया है कि यहां के लोग बह गए हैं। 22 वर्षीय वेदप्रकाश के पिता राजेन्द्र सिंह एवं 23 वर्षीय नागेंद्र के बड़े भाई जितेंद्र ने बताया कि उत्तराखंड से मैसेज आया है कि लोग लापता हैं। तीनों लोग प्रोजेक्ट के गेट पर काम कर रहे थे। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि लापता लोगों के स्वजन ने मुलाकात की है। उत्तराखंड में अधिकारियों से बात कर लापता लोगों के बारे में पता लगाया जाएगा। जानकारी होने पर सभी को सूचित किया जाएगा। लापता होने की सूचना मिलते ही तीनों के स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। तीनों में से धनुर्धारी की शादी हुई है।