
श्री चिंतन हरिया, प्रिंसिपल – इन्वेस्टमेंट स्ट्रेट्जी, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल एएमसी
अभी ईवी सेक्टर के लिए सही माहौल है
श्री चिंतन हरिया, प्रिंसिपल – इन्वेस्टमेंट स्ट्रेट्जी, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल एएमसी के अनुसार इलेक्ट्रिक वाहन अब सिर्फ एक विशेष सेगमेंट तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे भविष्य की मुख्यधारा बन रहे हैं। इस तेज़ी से बढ़ती मांग के पीछे कई प्रमुख कारण हैं।
• भारत सरकार ईवी अपनाने को प्राथमिकता दे रही है। FAME (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) और PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) जैसी योजनाएं, जिनके तहत ईवी निर्माण के लिए ₹1.2 लाख करोड़ का प्रोत्साहन दिया गया है, बैटरी स्वैपिंग स्कीम और टैक्स में छूट जैसी पहलें इस मांग को और तेज़ कर रही हैं। इन प्रयासों के कारण ईवीs अपने पूरे जीवनकाल में पेट्रोल-डीजल कारों की तुलना में अधिक किफायती हो रहे हैं।
• ईवी उद्योग ने हाल के वर्षों में तेजी से विकास किया है और भारत में स्वच्छ और टिकाऊ मोबिलिटी समाधानों की दिशा में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
• बैटरी टेक्नोलॉजी में प्रगति के चलते लागत में भारी गिरावट आई है। कम लागत का मतलब है कि निर्माताओं के लिए उच्च मार्जिन और उपभोक्ताओं के लिए कम स्वामित्व लागत।
• पूरी दुनिया में पेट्रोल-डीजल कारों को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है। नॉर्वे 2025 से केवल शून्य-उत्सर्जन वाहन बेचने का लक्ष्य रख रहा है, जबकि यूके 2030 के बाद पेट्रोल-डीजल कारों की बिक्री पूरी तरह बंद कर देगा। भारत भी तेजी से इस बदलाव की ओर बढ़ रहा है, और प्रमुख ऑटो निर्माता ईवी निर्माण पर जोर दे रहे हैं।
ईवी मेगाट्रेंड में निवेश का शानदार मौका
निफ्टी ईवी और न्यू-एज ऑटोमोटिव ईटीएफ भारत में ईवी क्रांति का नेतृत्व कर रही प्रमुख कंपनियों को ट्रैक करता है। यह पूरी ईवी वैल्यू चेन में विविध निवेश की पेशकश करता है—निर्माताओं से लेकर बैटरी प्रोड्यूसर्स और सॉफ़्टवेयर कंपनियों तक। इस ईटीएफ के अंतर्गत 28.4% ऑटो कंपोनेंट्स, 26.1% पैसेंजर व्हीकल्स, 14.2% इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, 13.3% 2/3 व्हीलर्स, 8.7% केमिकल्स और 3.6% हेवी इक्विपमेंट कंपनियां शामिल हैं।
क्यों खास है यह ईटीएफ?
यह ईटीएफ सिर्फ कार निर्माताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि बैटरी मेकर्स, सॉफ़्टवेयर कंपनियों और ऑटो कंपोनेंट्स निर्माताओं को भी कवर करता है। Nifty 500 इंडेक्स में शामिल कंपनियां तभी इस ईटीएफ में आती हैं जब वे ईवीs, नई ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी, बैटरियों, कंपोनेंट्स, रॉ मटेरियल्स या ऑटो-टेक में प्रत्यक्ष रूप से काम कर रही हों। इसमें सरकारी योजनाओं का हिस्सा बनने वाली कंपनियों को भी शामिल किया गया है। यह कम खर्चीला और विविधीकृत निवेश अवसर प्रदान करता है।
ईटीएफ स्टॉक्स की तरह ट्रेड होता है, जिससे निवेशक इसे रियल-टाइम कीमत पर बिना किसी लॉक-इन अवधि के खरीद और बेच सकते हैं। इसका छमाही पुनर्संतुलन यह सुनिश्चित करता है कि यह भारत के बदलते ईवी परिदृश्य के साथ तालमेल बनाए रखे।
अपने पोर्टफोलियो को दें इलेक्ट्रिक रफ्तार
ईवी ट्रांजिशन सिर्फ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि एक बड़ा बदलाव है, जो मोबिलिटी के भविष्य को नया रूप दे रहा है। निफ्टी ईवी और न्यू-एज ऑटोमोटिव ईटीएफ इस बदलाव में निवेशकों को सीधे भागीदार बनने का मौका देता है, जिससे वे इस क्षेत्र में होने वाली ग्रोथ का लाभ उठा सकें। यह उन निवेशकों के लिए आदर्श विकल्प है जो किसी एक कंपनी पर दांव लगाने की बजाय पूरे ईवी इकोसिस्टम में एक संतुलित और लागत-प्रभावी निवेश चाहते हैं।
अगर आप ईवी इकोसिस्टम में निवेश के लिए एक आसान और प्रभावी तरीका ढूंढ रहे हैं या भारत के स्वच्छ मोबिलिटी परिवर्तन पर भरोसा करते हैं, तो यह ईटीएफ आपके लिए सही रहेगा। दुनिया इलेक्ट्रिक की ओर बढ़ रही है, और इस ईटीएफ के साथ आप इस बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं।