गोंडा: निःशुल्क बोरिंग में अनियमितता का आरोप, मामले में जांच के आदेश

कटराबाजार,गोंडा। छोटे किसानों को निःषुल्क मिलने वाली बोरिंग में खेल हो रहा है। पात्रों को बोरिंग न देकर टेक्नीशियन ने सुविधा शुल्क लेकर अपात्रों को बांट दिए बोरिंग के सामान। मामला विकास क्षेत्र कटरा बाजार का है। यहां पर गत कई वर्षों से आनंद की बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर तैनाती है। ग्राम पंचायत रायपुर फकीर के किसान अकबाल सहित चार अन्य व नरापुरकला गांव के संतराम सहित पांच अन्य किसानों ने खंड विकास अधिकारी को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि हम लोगों ने निशुल्क बोरिंग के लिए बोरिंग टेक्नीशियन को कुछ माह पहले जरूरी कागजात के साथ आवेदन पत्र दिया था। उन्होंने हम को अभी बोरिंग के सामान आबंटित नहीं किए हैं।

बुधवार को बोरिंग टेक्नीशियन ब्लाक पर आते थे। उनसे जब हम लोग मिले तो उन्होंने कहा बिना पैसा दिए काम नहीं होगा। अकबाल ने कहा कि खेत में गेहूं का जमाव हो गया है। अब सिंचाई की बारी है। हमने घर की पूंजी बोआई में लगा दी। सोचा था अपनी बोरिंग से सिंचाई करेगें। अब कहां से रुपया लाकर इन्हें दें। गेंहू की सिंचाई नहीं हो पायेगी। रायपुर फकीर गांव के प्रधान पुत्र मुन्नालाल के कहा कि बीटी ने गांव के पात्रों को बोरिंग के सामान नहीं दिए हैं।

खंड विकास अधिकारी राम प्रकाश मौर्य ने बताया कि निश्शुल्क बोरिंग में वसूली का मामला मेरे संज्ञान में आया है। हमने अवर अभियंता लघु सिंचाई को जांच सौंपी है। दोषी पर कार्रवाई होगी। अवर अभियंता लघु सिंचाई उमेश ने कहा कि बोरिंग टेक्नीशियन आनंद का स्थानांतरण हो गया। उसने अभी तक संबंधित टेक्नीशियन को चार्ज नहीं दिया। आरोप सही मिलने पर बीटी के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे। पात्रों को बोरिंग उपलब्ध करायेंगे। एक्सईएन लघु सिंचाई शौरभ ने कहा कि मामला गंभीर है। पात्र किसानों को बोरिंग आबंटित होनी। मैं अभियंता से बात करके मामले का निस्तारण करा रहा हूं।

150 बोरिंग का लक्ष्य

बोरिंग टेक्नीशियन आनंद ने बताया कि चालू सत्र में सामान्य वर्ग के किसानों में 150 बोरिंग आबंटित करने का लक्ष्य है। बोरिंग आबंटन सुविधा शुल्क वसूलने की बात निराधार। हमारा स्थानांतरण मनकापुर हो गया है। हमने अभी तक संबंधित बीटी को चार्ज नहीं दिया है।

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